राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 27 2019 10:55AM बीएचयू-आईआईटी छात्राओं ने घटिया खाने के विरोध में घेरा निदेशक आवास
वाराणसी, 27 अगस्त (वार्ता) काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की छात्राओं ने हॉस्टल में घटिया खाना देने का आरोप लगाते संस्थान के निदेशक के आवास का रात को घेराव करते हुए वहां घंटों धरना-प्रदर्शन किया।
बीएचयू सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि ‘न्यू इंजीनियरिंग गर्ल्स हॉस्टल’ की छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित त्यागराज कॉलोनी में संस्थान के निदेशक प्रो0 पी के जैन के आवास का सोमवार रात दो घंटे से अधिक समय तक घेराव किया। आंदोलनकारी छात्राओं का आरोप है कि शिकायत के बावजूद हॉस्टल में खान-पान की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया जा रहा। पेयजल के लिए ‘वॉटर प्यूरिफायर’ मशीन की व्यवस्था नहीं है। खराब गुणवत्ता का खाना खाने एवं पानी पीने के कारण अक्सर छात्राओं की तबीयत खराब हो जाती है। कई छाताओं को डायरिया की बीमारी का सामना करना पड़ा। अनेक छात्राएं अस्पताल जाने को मजबूर हुईं। हॉस्टल की अव्यवस्था के कारण छात्राओं की सेहत के साथ-साथ उनकी पढ़ाई भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।
प्रदर्शनकारियों में शामिल नितिका समेत कई छाताओं ने बताया कि खान-पान ही नहीं, हॉस्टल में इंटरनेट की व्यवस्था भी लचर है। इंटरनेट की धीमी रफ्तार भी उनकी दिनचर्या पर असर डालती हैं। पढ़ाई अन्य कोई जरूरी जानकारी हासिल करने के दौरान इंटरनेट से ‘डाउन लोड’ करने में काफी वक्त लगता है। अव्यवसथा परेशानी का सबब बनी हुई हैं लेकिन संबंधित अधिकारियों पर शिकायत का कोई असर नहीं है। उनका कहना है कि हॉस्टल के ‘वॉर्डेन’ से लेकर ‘डीन ऑफ स्टूडेंट’ तक लिखित शिकायत की गई लेकिन व्यवस्था सुधारने के लिए कहीं से भी कोई पहल नहीं दिख रही है। उन्हें धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर किया गया।
छात्राओं ने चेतावनी दी है कि हॉस्टल की व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे अपना आंदोलन तेज सकती हैं।
अधिकारिक सूत्रों बताया कि संस्थान के निदेशक श्री जैन ने छात्राओं के प्रतिनिधि से मिलकर उनकी शिकायतें सुनीं और उन्हें शीघ्र दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने मामले की गंभीरता के मद्देनजर रात में ही एक जांच कमेटी गठित करने की घोषणा कर दी। यह कमेटी हॉस्टल की समस्याओं को दूर करने के लिए सुझाव देगी।
बीरेंद्र त्यागी
वार्ता