पटना, 24 जुलाई (वार्ता) जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने बिहार में भीषण बाढ़ के लिए नेताओं को जिम्मेवार ठहराया और कहा कि प्रदेश में बाढ़ सत्ता और विपक्ष के लिए सरकारी कोष लूट का साधन बन गया है।
श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में करीब तीन दशक से सत्ता और विपक्ष ने मिलकर राज किया है। लेकिन फिर भी किसी ने बाढ़ से बिहार की जनता को निजात दिलाने के लिए कुछ भी नहीं किया। बाढ़ इनके लिए उत्सव है, जिससे हर साल लगभग करोड़ों रुपये नदी और बांध के नाम पर बर्बाद होते हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ का सबसे ज्यादा नुकसान कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल को झेलना पड़ता है।
पूर्व सांसद ने कहा कि इन क्षेत्रों में बाढ़ से हर साल भवन से लेकर सड़क तक का नुकसान होता है। इस वजह से बाढ़ प्रभावित इलाके में विकास कार्य प्रभावित होते हैं। विकास कार्यों को जहां से आगे बढ़ाना होता है, बाढ़ की वजह से वहीं रूक जाते हैं और फिर से निर्माण में लग जाते हैं। बाढ़ से जान माल की क्षति तो होती है, उससे अधिक क्षति राजकीय कोष को होता है।
श्री यादव ने पिछले 30 सालों में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मंत्री रहे नेताओं की संपत्ति जांच की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इन विभागों के मंत्री मुख्यमंत्री के करीबी ही होते रहे हैं। यही वजह है कि बाढ़ के नाम पर भ्रष्टाचार से जो राशि मिलती है, उसका इस्तेमाल चुनाव लड़ने और पार्टी चलाने में सत्ताधारी दल करते रहे हैं।
सतीश
वार्ता