राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Oct 21 2018 4:13PM सूत्रों ने बताया कि नियमित परिचालन के लिए कहलगांव संयंत्र को 11 रैक एवं फरक्का संयंत्र को 10 कोयला रैक की जरुरत होती है। लेकिन, ईसीएल के खदान से वर्तमान में कहलगांव को सात रैक और फरक्का को छह रैक कोयले की आपूर्ति की जा रही है। इससे दोनों विद्युत संयंत्रों के भंडारण में कोयला नहीं के बराबर है। ऐसी स्थिति में दोनों संयंत्रों की एक-एक इकाइयाें का परिचालन बंद कर दिया गया है और अन्य इकाइयों को कम लोड पर चलाया जा रहा है। यदि कोयले की उपलब्धता शीघ्र नहीं बढ़ाई तो इन संयंत्रों की अन्य इकाइयों का परिचालन किसी भी समय बाधित हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि कोयले की भारी किल्लत की गंभीरता को देखते हुए एनटीपीसी प्रबंधन बिजली उत्पादन के बाधित होने की संभावना को टालने के लिए कोयला कंपनियों से लगातार संपर्क बनाए हुए है।सं सूरज रामवार्ता