काठमांडू, 30 अगस्त (वार्ता) ‘बंगाल की खाड़ी’ क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि के लिए प्रयास करने तथा आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष की मेजबान देश नेपाल की पुरजोर अपील के साथ गुरुवार को यहां चौथे बिम्सटेक सम्मेलन का आगाज हुआ।
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में कहा कि बिम्सटेक जैसे क्षेत्रीय समूह की सफलता निर्बाध संपर्क बनाये रखने पर निर्भर करेगी। बिम्सटेक के अध्यक्ष श्री ओली ने विश्वास का माहौल बनाने और सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
उन्होंने लोगों के बीच संबंध मजबूत करने और व्यापार बढ़ाने को अत्यंत अहम करार देते हुए कहा, “हमें इसके साथ ही साहसिक कदम उठाने पड़ेंगे।”
श्री ओली ने कहा, “चौथे बिम्सटेक सम्मेलन का विशेष महत्व है, क्योंकि यह ऐसे समय पर हो रहा है जब दुनिया हमारी एकजुटता की ओर टकटकी लगाये देख रही है। हम यहां इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण एवं समृद्ध बनाने के लिए इकट्ठे हुए हैं।”
उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग को रेखांकित करते हुए कहा, “अब कार्रवाई करने और वायदे को परिणाम में तब्दील करने का उचित वक्त आ गया है।”
बिम्सटेक समूह में सदस्य देशों में दक्षिण एशिया के पांच देश - बंगलादेश, भूटान, भारत, नेपाल अौर श्रीलंका तथा दक्षिण पूर्व एशिया के दो देश- म्यांमार अौर थाईलैंड शामिल हैं।
श्रवण सुरेश
वार्ता