राज्य » अन्य राज्यPosted at: Mar 7 2021 7:51PM बीरेन ने स्वतंत्रता सेनानी निरंजन की प्रतिमा का किया अनावरण
इम्फाल, 07 मार्च (वार्ता) मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को पश्चिमी इम्फाल जिला के कांग्लाटॉन्गबी में 1891 में एंग्लो-मणिपुर युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले तथा राजकुमार वीर टिकेंद्रजीत के विश्वास पात्र रहे शहीद सूबेदार निरंजन सिंह छेत्री की प्रतिमा का अनावरण किया।
युद्ध में भाग लेने के कारण ब्रिटिश सरकार ने चार अन्य लोगों के साथ सूबेदार निरंजन को आठ जून 1991 को फांसी दे दी थी। उन्होंने ब्रिटिश सेना के 34 वीं नैटिव इन्फैंट्री में सिपाही के रूप में सेवा दे थी, लेकिन बाद में उन्होंने ब्रिटिश सेना से इस्तीफा दे दिया था तथा मणिपुर के राजा की सेना में शामिल हो गए थे। श्री वीर टिकेंद्रजीत ने उनकी नियुक्त सूबेदार के तौर पर की थी।
इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि गोरखाओं को कभी यह सोचकर निराश नहीं होना चाहिए कि वे मणिपुर में अल्पसंख्यक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहुसंख्यकों द्वारा अल्पसंख्यकों का दमन बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि सूबेदार निरंजन सिंह छेत्री की कहानी बताती है कि मणिपुर की आजादी की रक्षा के लिए गोरखाओं ने भी बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों की प्रतिमाओं का निर्माण विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घनश्याम आचार्य द्वारा लिखित ‘एंग्लो-मणिपुर (खोंगजोम) युद्ध, 1891’के हीरो शहीद निरंजन सिंह छेत्री और अजीत दास द्वारा लिखित ‘शहीद सूबेदार निरंजन छेत्री, भारत इमागी अठौबा मापरी’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया।
संतोष जितेन्द्र
वार्ता