बेंगलुरु 13 मई (वार्ता) कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य विधानसभा चुनाव में शनिवार को अपनी हार स्वीकार ली।
अपराह्न एक बजे तक की मतगणना में कांग्रेस 127 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इससे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि कांग्रेस ने भाजपा से सत्ता करीब करीब छीन ली है। भाजपा का सीटों पर आगे चलने सिलसिला घटकर 69 तक पहुंच गया है, जबकि जनता दल -सेक्युलर 25 सीटों पर आगे चल रही है। किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल करने के लिए 113 सीटों दरकार होती है जिसमें कांग्रेस अपने लक्ष्य को आसानी से पूरा करती नजर आ रही है।
यह फैसला त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी करने वाले एग्जिट पोल के उलट है। एग्जिट पोल में अधिकांश ने कांग्रेस को बढ़त मिलने का अनुमान जताया था और कुछ ने सबसे पुरानी पार्टी के लिए बहुमत की भविष्यवाणी की थी। जो सिद्ध होती साफ नजर आ रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करते हुए कहा, “हम अपने प्रधानमंत्री से लेकर सभी बड़े नेताओं के बहुत सारे प्रयासों के बावजूद अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। कांग्रेस अपनी छाप छोड़ने में सफल रही है।” श्री बोम्मई ने कहा कि सभी नतीजे आने के बाद पार्टी अपनी हार के बारे में विस्तृत विश्लेषण करेगी और अंतराल और कमियों को दूर करेगी और भविष्य में इसमें सुधार करेगी। उन्होंने कहा कि हम इस परिणाम से सबक लेंगे और हम आगे बढ़ेंगे और पार्टी को पुनर्गठित करेंगे और लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगे।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि पार्टी कांग्रेस के पक्ष में आए फैसले का सम्मान करती है और उसे स्वीकार करती है। उन्होंने कहा, “हम एक रचनात्मक विपक्ष के रूप में अपने राज्य और अपने लोगों के लिए महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”
कांग्रेस नेताओं ने कर्नाटक चुनाव में अपने पक्ष में फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा की हार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया और उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ तीखा हमला किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कर्नाटक चुनाव परिणाम उनकी उम्मीदों के अनुरूप है और खुद को सामने रखकर वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया और कहा कि यह उनकी हार है।
मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी सिद्दारमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के सबसे कद्दावर भाजपा नेता एवं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव में कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। उन्होंने कहा, “मैं (सिद्दारमैया) कह रहा हूँ कि प्रधानमंत्री मोदी या केन्द्रीय गृह मंत्री शाह या श्री नड्डा को जितनी बार चाहें राज्य में आने दें, लेकिन इसका कर्नाटक के मतदाताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि लोग भाजपा की जनविरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार, कुशासन से तंग आ चुके हैं।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह तय है कि कांग्रेस जीत गई है और श्री मोदी हार गए हैं।
उप्रेती अशोक
वार्ता