Wednesday, Apr 24 2024 | Time 20:18 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


भाजपा जनता को भावनात्मक मुद्दों के जरिए करती है फसाने का काम: अखिलेश

भाजपा जनता को भावनात्मक मुद्दों के जरिए करती है फसाने का काम: अखिलेश

लखनऊ, 30 मई(वार्ता) समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर देश और प्रदेश की भोली-भाली जनता को भावनात्मक मुद्दों के जरिए फसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने गरीबों, किसानों और मजदूरों को जो सपना दिखाया था वह टूट गया है।

श्री यादव ने शनिवार को यहां बयान जारी कर कहा भाजपा ने देश की जनता का भरोसा तोड़ा है। भाजपा जनता को भावनात्मक मुद्दों के जरिए फसाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बेड़े में 70 हजार से ज्यादा बसें थी लेकिन मजदूर पैदल चलते चलते मर गए। सरकार चाहती तो यूपी नहीं झारखंड बिहार और इधर से गुजरने वाले अन्य राज्यों के मजदूर को भी पैदल नहीं चलना पड़ता।

उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में किसान बर्बाद हो रहे हैं। उन्हें गेहूं का मूल्य नहीं मिला। गन्ना किसानों का बकाया नहीं मिल रहा है। भाजपा ने अच्छे दिन के जो सपने दिखाए थे वह पिछले छह सालों में क्या पूरे हुए। आज भाजपा को कुछ सोचना चाहिए कि वह अच्छे दिन वाले सपने कब पूरे होंगे। भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब थी। जब से कोविड-19 महामारी आई है तबसे अर्थव्यवस्था बरबाद हो रही है। ऐसी स्थिति में लोगों को रोजगार कहां से मिलेगा।

उन्होंने कहा कि आज गरीबों को भोजन, किसानों को उनके खाते में दुगना पैसा और लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की जरूरत है। लाॅकडाउन के बावजूद बीमारी कम नहीं हुई। संक्रमण बढ़ता गया। अर्थव्यवस्था भी बर्बाद हो गई। अब ऐसे में सरकार को एक्सपर्ट की राय देकर इस बारे में विचार करना चाहिए। जिससे बीमारी भी रुके और व्यापार भी चले, अर्थव्यवस्था में सुधार हो।

श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के सम्बंध में जो फैसला लिया है वह गलत है। श्रमिकों के लिए कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए वह देश की किसी राज्य में अगर जाकर काम करना चाहते हैं तो उसकी आजादी संविधान ने दी है। सरकार को यह फैसला वापस लेना चाहिए। जब राज्य सरकार के पास एक एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज का विभाग था तो सरकार को नया आयोग बनाने की क्या जरूरत है। इसमें कोई नया आयोग बनाने की नहीं बल्कि लोगों को अधिक से अधिक संख्या में रोजगार देने की जरूरत है जिससे उनका जीवन यापन हो सके।

भंडारी

वार्ता

image