राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 20 2020 6:17PM औरैया में भाजपा ने की थानाध्यक्ष के विरुद्ध मजिस्ट्रेट जांच की मांग
औरैया, 20 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश में औरैया के फफूंद क्षेत्र में पिछले दिनों पकड़े गए गोवंश मामले में वास्तविक तथ्य छुपाने एवं ऐतिहासिक चौबे के तालाब में जहरीला पदार्थ डालकर मछलियों के मारे जाने के मामले में कोई कार्रवाई न करने से नाराज भारती जनता पार्टी(भाजपा) कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी अभिषेक सिंह को ज्ञापन सौंपकर थानाध्यक्ष फफूंद के विरुद्ध मजिस्ट्रेटी जांच कराये जाने की मांग की है।
नगर पंचायत फफूंद की चेयरमैन स्नेहलता शुक्ला, उनके प्रतिनिधि अनुराग शुक्ला, भाजपा मंडल फफूंद के अध्यक्ष गोविन्द मिश्रा व अनुज दुबे ने शनिवार को जिलाधिकारी अभिषेक सिंह से मिलकर अलग-अलग दिए ज्ञापन में कहा है कि 12 जून को पुलिस ने पास के ही गांव हसनपुर के एक घर में छापामार कर दो गोवंश व प्रतिबंधित मीट सहित ग्यारह लोगो को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दस लोगो को गिरफ्तार व एक फरार एवं दो गौवंश दिखाकर देर शाम मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने जो मुकदमा दर्ज किया उसमे कटा हुआ प्रतिबंधित मांस गायब कर दिया था, जबकि पशु चिकित्साधिकारी ने इस बात को स्वीकार किया था कि थाने में उन्हें कटे हुए पैर दिखाये गये थे।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा दूसरी घटना 18/19 जून की रात की है जिसमें नगर पंचायत के संरक्षण वाले ऐतिहासिक चौबे के तालाब में जहरीला पदार्थ डालकर लाखों रूपए कीमत की हजारों मछलियां मार कर शिकारी रात में गाड़ियों में भरकर ढोते रहे और पुलिस बेखबर बनी रही। इसमें पुलिस की संलिप्तता लगती है। तीन सौ वर्ष पुराने इस तालाब में हजारो मछलियों के मारे जाने से मछलियों को आटा की गोलियां व लाही खिलाने वाले नगर के नागरिकों व दूर दराज से आने वाले पर्यटकों में आक्रोश व्याप्त है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी से थानाध्यक्ष के विरुद्ध मजिस्ट्रेट जांच कराये जाने की मांग की है।
सं भंडारी
वार्ता