राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 8 2020 11:39PM सच से डरती है भाजपा: अखिलेश
लखनऊ 08 जून (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सच से डरती है और यही कारण है कि उसकी आंखो में समाचार पत्र और स्वतंत्र पत्रकार खटकते हैं।
श्री यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि समाज को सशक्त, जागरूक और लोकतांत्रिक बनाने में पत्रकारिता की अहम होती है। हर परिस्थिति में निर्भीकता तथा निष्पक्षता के साथ ईमानदारी से सत्य के पक्ष में आवाज उठाने का काम पत्रकार ही करते हैं। इसीलिए लोगों का भरोसा समाचार पत्रों पर भी रहता है। लेकिन भाजपा सच से डरती है क्योंकि वह हर मोर्चे पर झूठ की राजनीति करने में विश्वास रखती है। समाचार पत्र और स्वतंत्र पत्रकार इसीलिए उसकी आंखों में खटकते हैं।
उन्होने कहा कि भाजपा के सत्ताधीशों की शह पर इन दिनों पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज कराने के कई मामले हुए है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की आवाज को दबाने-कुचलने के इन प्रयासों की निंदा करनी चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि बीते 24 महीनों में सोशल मीडिया पर लिखी कथित आपत्तिजनक सामग्री के बहाने उत्तर प्रदेश सरकार 16 लोगों को जेल भेज चुकी है। प्रदेश के मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील में बच्चों को रोटी नमक देने की खबर छापने पर पवन जायसवाल, सीतापुर के रवीन्द्र सक्सेना को क्वाॅरंटाइन सेन्टर की बदइंतजामी दिखाने पर तथा सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने के आरोप में प्रशांत कनौजिया पर केस दर्ज हुए है। ‘द वायर‘ के संस्थापक सम्पादक वरदराजन पर आरोप लगा कि उन्होंने तब्लीगी जमात के बचाव में मुख्यमंत्री को गलत ढंग से उद्घृत किया था।
अभी पिछले दिनों ही फतेहपुर में कोरोना को लेकर सरकारी अव्यवस्था दिखाने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कई पत्रकारों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करा दिए गए हैं। जिलाधिकारी के इस रवैये से पत्रकारों में खासा रोष है। पत्रकार संघ और एसोसिएशन के बैनर तले पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ फतेहपुर के पत्रकारों ने जल सत्याग्रह किया।
प्रदीप
वार्ता