नयी दिल्ली, 20 सितंबर (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम में स्थाई समिति का चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बार फिर ‘आप’ के पार्षदों को तोड़ने के लिए पैसे का लालच दे रही है और उसकी पार्टी में शामिल नहीं होने पर प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से परेशान करने की धमकी दे रही है।
दिल्ली नगर निगम में ‘आप’ के प्रभारी एवं विधायक श्री पाठक ने आज यहां कहा कि एक तरफ देश मे ईमानदार राजनीति चल रही है जिसमें एक झूठा आरोप लगने के बाद आप संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा,“ जब तक जनता की अदालत में अग्नि परीक्षा पास नहीं कर लेता, तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा” और उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वहीं, दूसरी राजनीति भाजपा के नेतृत्व में चल रही है। इस राजनीति में झूठ, फरेब, बेइमानी, धोखाधड़ी, पार्टियों को तोड़ने और सांसद, विधायक और पार्षदों को खरीदने का काम चल रहा है।
श्री पाठक ने कहा,“ लगभग डेढ़ साल पहले दिल्ली की जनता ने ‘आप’को जबरदस्त बहुमत के साथ निगम में चुनाव जिताया। भाजपा के लोग तीन-चार महीने तक सदन में लड़ाई-झगड़ा करते रहे, मारपीट तक नौबत आई। उन्होंने मनमाने तरीके से 10 एल्डरमैन बना लिए और जबरदस्ती सदन में उनसे वोटिंग कराना चाहते थे, कोर्ट ने उसे रोका। इसके बाद लगातार पार्षदों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। पचास लाख से दो करोड़ रुपए तक हमारे पार्षदों को ऑफर कर रहे हैं। साथ ही, धमकी दे रहे हैं कि अगर उनकी पार्टी में नहीं शामिल हुए तो ईडी-सीबीआई छोड़ देंगे।”
उन्होंने कहा,“पार्टी के पार्षद रामचंद्र को भाजपा के लोगों ने ईडी-सीबीआई की धमकी देकर जबरदस्ती अपनी पार्टी में शामिल कराया। जब दो दिन बाद वह वापस ‘आप’ में लौट आए तो फिर भाजपा के लोगों ने उनको घर से उठा लिया। इसी तरह, पिछले कुछ दिनों से कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें भाजपा के लोग लगातार साम, दाम, दंड, भेद समेत हर हथकंडे अपना कर हमारे पार्षदों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
बुराड़ी से ‘‘आप’’विधायक संजीव झा ने कहा,“ भाजपा एक गिरोह है। इसका काम ही विधायकों की चोरी करना, पार्षदों को अपहरण करना और सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाना है। भाजपा पहले दिन से निगम में जनता से ‘आप’को मिले जनाधार को खत्म करने और किसी भी तरह से सत्ता में बने रहने की साजिश कर रही है। मेरे विधानसभा में पार्टी के तीन पार्षद हैं। इसमें एक पार्षद के पास भाजपा से स्थाई समिति के प्रत्याशी बने सुंदर तंवर गए। सुंदर तंवर ने उनको भाजपा में शामिल होने के बदले दो करोड़ रुपए और विधायक का टिकट देने की पेशकश की थी।”
आज़ाद,आशा
वार्ता