भारतPosted at: Sep 7 2018 3:15PM एससी एसटी अधिनियम के खिलाफ भाजपा का षडयंत्र है ‘भारत बंद’
नयी दिल्ली 07 सितंबर (वार्ता) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (एससी एसटी अधिनियम) में संशोधन के खिलाफ ‘भारत बंद’ को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का षड़यंत्र करार देेते हुए आज कहा कि यह गलत आर्थिक नीतियों से आम जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास है।
सुश्री मायावती ने यहां कहा कि भाजपा शासित कुछ राज्यों में भारत बंद का आयोजन वास्तव में भाजपा और आरएसएस का जातिवादी एवं चुनावी षड़यंत्र है। भाजपा की सरकारें आम जनता का ध्यान गलत आर्थिक नीतियों से भटकाना चाहते हैं इसलिये ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं। नोटबंदी और गलत तरीके से वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली लागू करने से कारोबार को जबरदस्त झटका लगा है। इसके कारण बेरोजगारी बढ़ी है और लोगों का पलायन बढ़ा है। पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों का जिक्र करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि इससे जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि एस सी एसटी अधिनियम आदिवासी समाज तथा दलित समाज के सम्मान से जुड़ा है। इसको मूल लाने के प्रयासों से समाज के कुछ वर्गों ने नाराजगी जाहिर की है लेकिन वास्तव में कुछ लोगों में इस कानून का दुरुपयोग करने के बारे गलत धारणा बन गयी है। उन्हाेंने कहा कि कानून का इस्तेमाल राज्य सरकारों की सोच पर निर्भर करता है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि एस सी एसटी कानून की आड़ में भाजपा और आरएसएस ‘घिनौनी’ राजनीति कर रहे हैं। भारत बंद के पीछे ‘कोरी राजनीति, स्वार्थ और चुनावी षडयंत्र’ है। उन्हाेंने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए ‘जातिवादी उन्माद एवं हिंसा’ का माहौल बनाया जा रहा है।
सत्या सचिन
वार्ता