नयी दिल्ली 01 जुलाई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा सत्ता में आने पर कांग्रेस नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान को निंदनीय तथा दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कांग्रेस और श्री गहलोत पर करारा हमला बोला है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि,“क्या देश के दुश्मनों को ख़त्म करना, आतंक की पनाहगाह पाकिस्तान के अंदर घुस कर आतंकियों को ख़त्म करना, आतंकवादियों पर सर्जिकल करना, बालाकोट पर एयर स्ट्राइक करना और देशद्रोहियों पर नकेल कसना फासीवादी राष्ट्रवाद है? और यदि भाजपा राष्ट्रवाद के मार्ग पर आगे बढ़ी तो राष्ट्र के साथ खड़े होने से कांग्रेस पार्टी और श्री राहुल गाँधी को किसने रोका था?”
उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि उनकी नजरों में राष्ट्रवाद की क्या परिभाषा है? उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी की ये निर्लज्जता है कि करारी हार में भी वह अपनी नीतियों, नेताओं और नेतृत्व के बजाय देश की महान जनता पर कांग्रेस की हार का ठीकड़ा फोड़ती है, उनका अपमान करती है।”
श्री पात्रा ने कहा,“गहलोत जी, सरकारी मशीनरी और धन-बल से लोकतंत्र में चुनाव नहीं जीते जाते, जनता के दिलों पर
राज करने से चुनाव जीते जाते हैं. लोकतंत्र में जो जनता का दिल जीतता है, वही चुनाव जीतता है और हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी ने जनता के दिलों को जीता है।”
भाजपा नेता ने कहा कि विडंबना यह है कि कांग्रेस पार्टी कभी भी अपनी हार से सबक नहीं सीखती। कांग्रेस के बड़े नेता या कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री श्री गाँधी के सम्मान में इस्तीफा नहीं दे रहे तो इसमें भाजपा की गलती है क्या? इसके लिए कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए। कांग्रेस को राष्ट्रवाद से नफरत है लेकिन देश को टुकड़े-टुकड़े करने का ख़्वाब पाले बैठे देशद्रोहियों का समर्थन करना उन्हें रास आता है। देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस जब भी खड़ी नजर आती है, टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ नजर आती है, देश के साथ नहीं।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी सदैव राष्ट्रवाद का समर्थन करती थी, करती है और करती रहेगी क्योंकि हमें
अपने देश से बहुत प्यार है। उन्होंने कहा कि श्री गहलोत का यह भी कहना है कि 2019 की चुनावी हार श्री गाँधी की हार नहीं है। यह आत्ममुग्धता नहीं तो और क्या है कि कांग्रेस को लगातार दूसरी बार लोक सभा में इतनी सीटें भी नहीं मिली कि उसे सदन में नेता विपक्ष का दर्जा मिल सके।
गौरतलब है कि श्री गाँधी को इस्तीफा न देने के लिए मनाने पहुंचे श्री गहलोत ने ट्वीट कर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कट्टर राष्ट्रवाद के पीछे अपनी असफलताओं को छिपाते हुए धन-बल और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से चुनाव जीता है। यहाँ तक कि श्री गहलोत ने कांग्रेस की करारी हार को मानने से इन्कार करते हुए कहा कि 2019 का चुनाव कांग्रेस की कार्यक्रम, नीति और विचारधारा की हार नहीं है।
संजय, उप्रेती
वार्ता