बेंगलुरु 07 नवंबर (वार्ता) कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर अपने राजनीतिक लाभ के लिये इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले का गलत मतलब निकाल कर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
श्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कई ट्वीट करते हुये कहा,“ न्यायालय केवल यह कहता है कि अंतर-धार्मिक विवाह के लिये धर्मांतरण गलत है, न कि अंतर-धार्मिक विवाह गलत है।”
उन्होंने कहा,“भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिये सांप्रदायिक आग को भड़काना चाहती है। लव जिहाद को किसी भी कानूनी दस्तावेज में परिभाषित नहीं किया गया है। इस तथ्य को संसद में खुद गृह राज्य मंत्री ने स्वीकारा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके मंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से प्रेरणा ले रहे हैं।”
श्री सिद्धारमैया ने कहा,“कर्नाटक हमेशा अपने उदार और प्रगतिशील विचारों के लिये जाना जाता है और उत्तर प्रदेश जैसा राज्य कभी भी अन्य राज्यों की प्रेरणा या मॉडल नहीं हो सकता। येदियुरप्पा ने लव जिहाद पर प्रतिबंध लगाने के लिये एक कानून बनाने की घोषणा की है। यह कुछ और नहीं, बल्कि भाजपा का अपनी दयनीय और नीतिगत विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने का और प्रयास है।”
सं.संजय
वार्ता