मनोरंजनPosted at: Jul 3 2020 6:30PM विभाजन की त्रासदी झेल चुके परिवार में जन्मीं सरोज का जीवन गरीबी में भी गुजरा
मुंबई 03 जुलाई (वार्ता) भारत-पाकिस्तान विभाजन की त्रासदी झेल चुके परिवार में जन्मीं सरोज खान का प्रारंभिक जीवन गरीबी में गुजरा।
सरोज खान के माता-पिता पाकिस्तान में रहते थे। लेकिन, बंटवारे के बाद वर्ष 1947 में सरोज के माता-पिता बंबई (अब मुंबई) आ गये। वर्ष 1948 में सरोज खान का मुंबई में जन्म हुआ। सरोज के माता-पिता काफी अमीर थे लेकिन उन्हें मुंबई आने के बाद गरीबी का सामना करना पड़ा।
सरोज ने एक बार बताया था, “मेरे माता-पिता पाकिस्तान में रहते थे। वे लोग काफी अमीर थे लेकिन किस्मत को कोई नहीं बदल सकता। वर्ष 1947 में बंटवारे के बाद मेरे मां-पिता भारत आए। उस वक्त उनके पास केवल कपड़े, गोल्ड और पैसे थे लेकिन उनके बैग बदल गए। कोई उनका बैग ले गया और उसकी जगह अपना बैग छोड़ गया, जिसमें सिर्फ कुछ गंदे कपड़े थे। अब मेरे माता-पिता के पास कुछ नहीं बचा था।”
सरोज खान का बचपन मुंबई की चॉल में बीता। वह जब महज तीन साल की थी तब उन्हें परिवार की गरीबी के कारण बतौर बाल कलाकार काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने फिल्म नजराना में श्यामा नाम की बच्ची का किरदार निभाया था।
प्रेम सूरज
वार्ता