खेलPosted at: Feb 4 2023 10:09PM कुश्ती संघ की साजिश के शिकार हैं ब्रजभूषण: आनंदेश्वर
देवरिया,04 फरवरी (वार्ता) भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्लूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर लगे आरोप का बचाव करते हुए उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पाण्डेय ने कहा कि कुश्ती संघ के आगामी चुनाव को देखते हुए एक गुट कब्जा करने की नियत से बेबुनियाद आरोप लगाकर माहौल को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहा है!
बृजभूषण पर यौन शोषण के लगे आरोपों के सवाल पाण्डेय ने कहा “ वास्तव में ब्रजभूषण प्रायोजित राजनीति के शिकार बन गये हैं। दो महीने में भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव होने वाले है। इस पर एक गुट कब्जा करना चाहता है।इसलिए इस तरह के आरोप लगाया गया है। यदि इसमें तनिक भी सच्चाई होती तो आज तक क्यों किसी महिला पहलवान ने उन पर मुकदमा दर्ज कराया।”
उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ी जब रिटायरमेंट के करीब आ जाते हैं तो वह चाहते हैं कि बिना ट्रायल के ही उनका नाम चलता रहे, जिससे वह सीएसआर फंड ले सके। यह केन्द्र सरकार की टाप स्कीम होती है जिसमें करोड़ों रुपए प्रति वर्ष खिलाड़ी को तैयारी करने के लिए इस उम्मीद से मिलता है कि वह अगले वर्ष देश के लिये पदक लेकर आयेंगे। लेकिन जब वे जाते हैं और ओलंपिक में भाग लेते हैं तो उनकी मांसपेशियां जवाब दे देती है अथवा वह सेकंड राउंड में हार कर बाहर चले आते हैं और कहते हैं कि मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।
डा पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र सरकार ने चार साल तक सीनियर खिलाड़ियों के विदेशी कोचिंग के नाम पर खर्च किये लेकिन इसके बाद भी इतने पैसे कोचिंग के नाम पर खर्च करने के बाद आप हारते हैं और जिस गेम से आते हैं उसका अधिकारी सवाल करते हैं तो परेशानी हो जाती है।उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर जो आरोप महिला खिलाड़ियों द्वारा लगाया है। वे महिला खिलाड़ी क्यो नहीं सामने आकर मुकदमा दर्ज कराती।
उन्होंने कहा कि 12 साल से बृजभूषण सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और उनके कार्यकाल में कुश्ती ने सफलता के नये आयाम को पाया है लेकिन राजनीतिक गुटबाजी के कारण कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर आरोप लगाये गये थे। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ में एक गुट आरोप लगाकर बृजभूषण सिंह को कमजोर करना चाहता है।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्लूएफआई) अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिये पिछली 23 जनवरी को विश्व चैंपियन एमसी मैरी काॅम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था। समिति को अपनी रिपोर्ट देने के लिये चार सप्ताह का समय दिया गया है। समिति इस दौरान डब्लूएफआई के दिन-प्रतिदिन के मामलों को भी देखेगी जबकि ब्रजभूषण सिंह अध्यक्ष पद से दूर बनाएं रहेंगे।
ओवरसाइट कमेटी में खेल रत्न अवार्डी योगेश्वर दत्त, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कार्यकारी परिषद के ध्यानचंद अवार्डी तृप्ति मुर्गुंडे, सदस्य मिशन ओलंपिक सेल राधिका श्रीमन शामिल हैं।
सं प्रदीप
वार्ता