लंदन, 14 नवंबर (वार्ता) साहित्य का जाना माना बुकर पुरस्कार वर्ष 2024 में ब्रिटेन की लेखिका सामंथा हार्वे को उनके उपन्यास 'ऑर्बिटल' के लिए दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह उपन्यास अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर एक दिन की कहानी है, जिसे उन्होंने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान लिखा है।
सामंथा हार्वे 2019 के बाद यह पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला हैं।बीबीसी के अनुसार, सुश्री हार्वे को लंदन के ओल्ड बिलिंग्सगेट में एक समारोह में विजेता घोषित किया गया।
यह यूके में शॉर्टलिस्ट पर सबसे अधिक बिकने वाली किताब है और इसने अपनी सफलता की पूर्व संध्या तक, पिछले तीन बुकर विजेताओं को भी पीछे छोड़ दिया है।
उन्होंने यह पुरस्कार उन सभी लोगों को समर्पित किया जो पृथ्वी के पक्ष में बोलते हैं, न कि उसके ख़िलाफ़, और शांति के लिए काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि किताब लिखते समय उन्होंने खुद से सवाल किया “ विल्टशायर में अपने डेस्क पर बैठी किसी महिला से कोई अंतरिक्ष के बारे में लिखते हुए क्यों सुनना चाहेगा, जबकि लोग वास्तव में वहां रहे हैं?”
उन्होंने कहा, 'मैंने इससे अपना आपा खो दिया और मुझे लगा कि मेरे पास इस विषय पर लिखने का अधिकार नहीं है।'
न्यायाधीशों के अध्यक्ष, एडमंड डी वाल ने ऑर्बिटल को ‘एक घायल दुनिया के बारे में लिखी गयी किताब’ के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि सभी न्यायाधीशों ने इसकी "सुंदरता और महत्वाकांक्षा" को पहचाना और उनकी "गीतकारिता की भाषा" की प्रशंसा की।
यह पुरस्कार जीतने वाली दूसरी सबसे छोटी किताब है, और शॉर्टलिस्ट में शामिल किसी भी किताब की तुलना में सबसे कम समय सीमा को कवर करती है। गौरतलब है कि पुरस्कार के इतिहास में सबसे छोटा विजेता उपन्यास 1979 का पेनेलोप फिट्जगेराल्ड का 132 पृष्ठों का ऑफशोर था।
समीक्षा, सोनिया
वार्ता