खेलPosted at: Jun 29 2020 5:12PM खाली स्टेडियम में खेलने के लिए मनोवैज्ञानिक की मदद ले रहे हैं ब्रॉड
लंदन, 29 जून (वार्ता) इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने चिंता जताई है कि खिलाड़ियों के लिए मैदान में प्रशंसकों की अनुपस्थिति में अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलना किसी मानसिक परीक्षा से कहीं अधिक होगा।
ब्रॉड मैदान में प्रशंसकों के बिना क्रिकेट खेलने को लेकर खुद को मानसिक रूप से तैयार करने के लिए टीम के मनोवैज्ञानिक की मदद ले रहे हैं।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने पुष्टि कर चुका है कि इस गर्मी के मौसम में वेस्ट इंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड के सभी छह टेस्ट मैच प्रशसंकों की उपस्थति के बिना खेले जाएंगे। इंग्लैंड ने जुलाई में वेस्ट इंडीज से तीन टेस्टों की सीरीज खेलनी है। इंग्लैंड इसके बाद अगस्त-सितम्बर में पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट और तीन टी-20 मैच खेलेगा। ये सभी मैच दर्शकों के बिना खेले जाएंगे।
ब्रॉड ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि वह टीम के मनोवैज्ञानिक डेविड यंग की मदद ले रहे हैं ताकि वह खुद को यह समझाने के लिए तैयार कर सकें कि ये सभी मैच सामान्य मैच होंगे। ब्रॉड ने इस दौरान एक 12 वर्षीय लड़के की मानसिकता को अपनाने की अपनी मां की सलाह पर भी काम किया है।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि लोगों की भीड़ के बिना खेलने में थोड़ा अलग महसूस होगा। इस स्थिति में प्रत्येक खिलाड़ी के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना मानसिक परीक्षा से कहीं अधिक होगा। मैंने हमारे स्पोर्ट्स मनोवैज्ञानिक से इस बारे में बात की है ताकि इस तरह की स्थिति मैं अपनी भावनाओं का सही इस्तेमाल कर सकूं।’’
प्रियंका राज
जारी वार्ता