राज्यPosted at: Sep 12 2018 8:33PM छत्तीसगढ़ में बजट की 20 हजार करोड़ की राशि नही हुई खर्च – सीएजी
रायपुर 12सितम्बर(वार्ता)छत्तीसगढ़ सरकार वर्ष 2016-17 के स्वीकृत बजट की 20 हजार करोड़ रूपए की राशि खर्च नही कर सकी।यह कुछ बजट का लगभग 25 प्रतिशत है।
छत्तीसगढ़ के प्रधान महालेखाकार विजय कुमार मोहन्ती ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी)की रिपोर्ट को आज विधानसभा के पटल पर रखे जाने के बाद यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि राज्य विधानसभा ने वर्ष 2016-17 में 80 हजार करोड़ रूपए के बजट को मंजूरी दी थी लेकिन सरकार इसमें से लगभग 20 हजार करोड़ रूपए खर्च नही कर सकी। यह कुछ बजट का लगभग 25 प्रतिशत है। उन्होने कहा कि बजट बनाते समय इस पर ध्यान देने की जरूरत थी कि कितनी राशि का उपयोग किया जा सकता है।
स्वीकृत बजट की राशि का एक तरफ उपयोग नही हो पाने एवं दूसरी ओर एक ही वित्त वर्ष में कई अनुपूरक बजट पेश किए जाने सम्बन्धी प्रश्न के उत्तर में श्री मोहन्ती ने इसे गलत परम्परा करार दिया और कहा कि यह अच्छे वित्तीय प्रबन्ध की दृष्टि से उचित नही है। उन्होने कहा कि अनुपूरक में भी आवश्यकता से कीं अधिक राशि की मंजूरी ली जाती है और इस राशि का उपयोग नही होता। उन्होने कहा कि बार बार अनुपूरक बजट से बचने का प्रयास होना चाहिए।
उन्होने राज्य की कुल मिलाकर वित्तीय स्थिति को बेहतर बताते हुए कई वित्तीय कुप्रबन्ध पर सवाल उठाया। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2016-17 में 11हजार करोड़ रूपए का ऋण लिया जिसमें से 8800 करोड रूपए का ऋण के भुगतान में उपयोग किया जबकि जिस कार्य के लिए ऋण लिया उसके लिए लगभग तीन हजार करोड़ रूपये का उपयोग किया।