नयी दिल्ली, 28 अगस्त (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा के लापता होने का मामला आज उच्चतम न्यायालय पहुंच गया।
महिला वकीलों के एक समूह ने न्यायमूर्ति एन वी रमन की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख करते हुए स्वत: संज्ञान लेने का उससे अनुरोध किया। महिला वकीलों ने दलील दी कि यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एलएलएम छात्रा लापता है।
पहले तो पीठ ने उन वकीलों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की सलाह दी, लेकिन वकीलों के जोर देने के बाद न्यायालय ने इस पर विचार करने का आश्वासन दिया। इन महिलाओं ने इस बाबत मुख्य न्यायाधीश को भी चिट्ठी दी है।
विशेष उल्लेख करने वाली वकीलों में शोभा गुप्ता, सुमिता हजारिका, मोनिका गोसाईं और शोमोना खन्ना शामिल हैं।
लापता छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द के खिलाफ अपने और अन्य लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एलएलएम छात्रा ने फेसबुक लाइव वीडियो के जरिये यह आरोप लगाये थे, लेकिन उसके बाद से वह लापता है।