नयी दिल्ली, 13 जनवरी (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और अन्य चैनलाइज्ड भ्रष्टाचार की कथित सांठगांठ को लेकर देश भर में लगभग 39 स्थानों पर छापेमारी की।
जांच एंजेसी ने शुक्रवार को बताया कि सीबीआई ने रूप नगर, संगरूर, मोरिंडा, बस्सी पठाना फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, गुरदासपुर, बरनाला, मनसा, बठिंडा, सुनाम, बुढलाडा, (सभी पंजाब में), हरियाणा में अंबाला और गुरुग्राम, कर्नाटक के कोलार, चिक्काबल्लापुर, तमिलनाडु में चेन्नई, नयी दिल्ली और चंडीगढ़ में आरोपियों के परिसरों पर छापे मारे। एजेंसी ने अब तक 1.03 करोड़ रुपये बरादम किए हैं।
जांच के दौरान सीबीआई ने एफसीआई डीओ, चंडीगढ़ के प्रबंधक (प्रयोगशाला) को गिरफ्तार किया। आरोपी को अदालत में पेश किया गया और 16 जनवरी तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले एक डीजीएम (गुणवत्ता नियंत्रण/कार्मिक) आरओ, चंडीगढ़ और खरड़ (पंजाब) स्थित एक फर्म के मालिक को गिरफ्तार किया गया था और मौजूदा समय में दोनों सीबीआई हिरासत में हैं।
एजेंसी ने बताया कि एफसीआई के सेवारत 34 और सेवानिवृत्त तीन अधिकारियों, 17 निजी व्यक्तियों और अन्य संस्थाओं सहित 74 अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ऐसा आरोप है कि निजी लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए एफसीआई अधिकारियों को भारी मात्रा में रिश्वत दी गई थी। आरोप यह भी है कि निजी चावल मिल मालिक और अनाज व्यापारी निम्न गुणवत्ता वाले खाद्यान्नों की खरीद को समायोजित करने, खाद्यान्नों को उतारने में दिन-प्रतिदिन के कार्यों में कदाचार, विभिन्न कदाचारों के खिलाफ जांच से बचने के लिए एफसीआई अधिकारियों को रिश्वत दे रहे थे।
आरोप यह भी है कि अधिकारियों ने राइस मिल मालिको के साथ साजिश में स्टॉक में कमी को कवर किया और कम गुणवत्ता वाले खाद्यान्न को स्वीकार किया, जिसे देश के अन्य हिस्सों में ले जाया गया था। इस मामले में जांच जारी है।
संतोष
वार्ता