राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jan 25 2019 9:42PM हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली और रोहतक आवास पर सीबीआई के छापे
रोहतक, 25 जनवरी(वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने हरियाणाा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल के दौरान हुये कथित भूमि आवंटन एवं घोटालों से सम्बंधित मामलों की जांच के चलते उनके दिल्ली और यहां स्थित आवास समेत लगभग 30 स्थानों पर आज छापे मारे।
सीबीआई की दिल्ली से अनेक टीमों ने छापों की इस कार्रवाई में हिस्सा लिया। इनमें से एक टीम सुबह लगभग साढे आठ बजे श्री हुड्डा के यहां मॉडल टाउन में डी-पार्क एरिया स्थित आवास पर पहुंची। सीबीआई कर्मियों के वहां पहुंचने पर वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा अन्य लोगों में अफरा तफरी मच गई। इस दौरान श्री हुड्डा और उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा घर में ही मौजूद थे।
सीबीआई कर्मियों ने आवासीय परिसर को सील करने के बाद अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान किसी को भी घर के अंदर नहीं आने दिया। बताया जाता है सीबीआई कर्मियों ने घर के अंदर की पूरी तलाशी ली तथा अलमारियों समेत हर जगह को खंगाला दिया। लगभग ढाई घंटे की इस कार्रवाई के बाद सीबीआई कर्मी कुछ दस्तावेज और सामान साथ लेकर वहां से चले गये। सीबीआई की एक अन्य टीम ने श्री हुड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर भी छापा मारा और इसे अच्छी तरह खंगाला। यह पता नहीं चल सका इस दौरान उसके हाथ कुछ लगा या नहीं। सीबीआई टीमों ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एनसीआर) के अनेक अन्य स्थानों पर भी छापे मारे। इनमें सम्भवत: श्री हुड्डा के करीबी और बिल्डर भी शामिल थे।
उधर श्री हुड्डा ने इन छापों को लेकर यूनीवार्ता को दी गई प्रतिक्रिया में कहा कि यह सब बदले की राजनीति के तहत और उनकी आवाज दबाने के लिये किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाईयों से उनकी आवाज कोई नहीं दबा सकता। उन्होंने कहा कि सीबीआई टीम करीब साढ़े आठ बजे उनके यहां स्थित आवास पहुंची। उस समय वह घर पर ही थे। सीबीआई टीम ने करीब ढाई घंटे तक घर की तलाशी ली। उन्होंने दावा किया कि इस दौरान सीबीआई को कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई।
उधर, कांग्रेस ने इन सीबीआई छापों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार अपने निहित स्वार्थो की पूर्ति तथा विपक्ष को परेशान और कमजोर करने के लिये केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने सीबीआई छापों को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि श्री हुड्डा के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई लगभग डेढ़ वर्ष पहले भी की गई थी लेकिन उसमें भी कुछ नहीं निकला था।
श्री शर्मा ने सीबीआई के उन अधिकारियों को भी चेतावनी दी जो केंद्र सरकार के कथित ईशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र में सरकार बदलने वाली है और कांग्रेस की सरकार बनने पर ऐसे अधिकारियों को अवश्य ही उनके कृत्यों का खमियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता ऐसी कार्रवाईयों से डरने वाले नहीं है और समय आने पर इसका माकूल जबाव देंगे।