भारतPosted at: Oct 11 2019 10:10PM आईआरएस अधिकारी के खिलाफ सीबीआई ने दर्ज किया मुकदमा
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी नवनीत कुमार के खिलाफ फर्जी प्रमाण पत्रों के इस्तेमाल के आरोप में एक मुकदमा दर्ज किया है।
उनके खिलाफ आरोप है कि उन्होंने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र एवं शिक्षा प्रमाण पत्र का इस्तेमाल संघ लोक सेवा आयोग की 2017 परीक्षा में बैठने के लिए किया था।
सीबीआई सूत्रों ने अाज यहां बताया कि नवनीत कुमार के प्रमाण पत्रों की जांच से पता चलता है कि उनका असली नाम राजेश कुमार शर्मा है। यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने की अधिकतम आयुसीमा पार कर जाने के बाद उन्होंने नाम और जन्मतिथि में बदलाव करके नये सिरे से परीक्षा दी थी और नये प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल करके प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल हुए थे। उन्होंने अपना नाम नवनीत कुमार कर लिया था, लेकिन उनके पिता का नाम और घर का पता समान था।
फर्जी प्रमाण पत्र के मुताबिक नवनीत कुमार की जन्मतिथि 15 जून,1980 है। उन्होंने हाई स्कूल 1996 में पास की। उन्होंने 2003 में इंटरमीडिएट 2008 में स्नातक डिग्री हासिल की थी। पहले के प्रमाण पत्र के हिसाब से राजेश कुमार शर्मा (अब नवनीत) ने केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से 1991 में दसवीं की परीक्षा पास की थी और 1993 में बारहवीं की परीक्षा। उन्होंने बेतिया के स्कूल से ये परीक्षाएं उत्तीर्ण की थीं।
सीबीआई ने आईआरएस अधिकारी के खिलाफ फर्जी प्रमाण पत्र को असली दस्तावेज की तरह पेश करने, अनाम सरकारी अधिकारी से मिलकर पहचान बदलने की साजिश करने और नयी पहचान से नौकरी हासिल करने का मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में कुछ अनाम लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
सुरेश.श्रवण
वार्ता