हमीरपुर, 03 अगस्त (वार्ता) भारोत्तोलक विकास ठाकुर के राष्ट्रमंडल खेल 2022 में रजत पदक जीतने के बाद उनका गांव 'पटनौं' हर्षोल्लास से जगमगा उठा।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्थित छोटे से गांव 'पटनौं' से आने वाले विकास ने मंगलवार को 96 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिये लगातार तीसरी बार राष्ट्रमंडल पदक जीता। वह इससे पहले ग्लासगो 2014 में रजत और गोल्ड कोस्ट 2018 में कांस्य पदक जीत चुके हैं।
जब विकास बर्मिंघम में भारत को पदक दिलाने का प्रयास कर रहे थे, तब उनके माता-पिता भारत में टीवी पर नज़रें गड़ाए बैठे थे। जब 28 वर्षीय विकास ने रजत जीतकर ग्लासगो का अपना कारनामा दोहराया तो उनके घर और गांव में खुशी की लहर दौड़ गयी।
उनके माता-पिता ने अपनी खुशी में शामिल होने वाले हर पटनौंवासी का मुंह मीठा करवाया। विकास के बहनोई संगीत अत्री ने यूनीवार्ता से कहा कि देश के लिये तीसरी बार पदक जीतना बहुत बड़ी उपलब्धि थी। संगीत ने बताया कि उन्होंने विकास को फोन करके बधाई भी दी।
इसी बीच, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी विकास और उनके परिवार को बधाई देते हुए कहा कि वो दिन दूर नहीं जब विकास ओलंपिक पदक जीतकर लाएंगे।
राष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक्स कोच भुपिंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि यह किसी भी हिमाचली की ऐतिहासिक उपलब्धि थी। उन्होंने कहा कि जब ठाकुर उनके साथ एनआईएस पटियाला में थे, तब वह जी-जान से तैयारी करते थे।
भारत अब तक राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पांच स्वर्ण, चार रजत और चार कांस्य सहित 13 पदक जीत चुका है। इनमें से आठ पदक भारोत्तोलन में आये हैं।
शादाब राज
वार्ता