मुजफ्फरपुर 16 जून (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की रोकथाम और उसके समुचित इलाज के लिए बिहार सरकार को हरसंभव वित्तीय एवं तकनीकी सहायता देने का आश्वासन देते हुये आज कहा कि इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित जिला मुजफ्फरपुर में इंटर डिसिप्लीनरी रिसर्च सेंटर, वायरोलॉजी रिसर्च इंस्टीच्यूट की स्थापना के अलावा श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) परिसर में बच्चों के लिए अलग से सौ बेड वाले गहन चिकत्सा कक्ष (आईसीयू) भी बनाये जाएंगे।
डॉ. हर्षवर्द्धन ने यहां एसकेएमसीएच में एईएस से पीड़ित बच्चों, उनके परिजनों, चिकित्सकों और संबंधित अधिकारियों से बातचीत करने के बाद पत्रकारों से कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में वर्ष 2014 में भी यहां आये थे और हालात का जायजा लिया था। उन्होंने कहा कि लगभग हर वर्ष मॉनसून के पहले मुजफ्फरपुर और बिहार के कुछ अन्य जिलों में एईएस का प्रभाव रहता है और काफी संख्या में बच्चे इससे पीड़ित हो जाते हैं तथा इनमें कई की मौत भी हो जाती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बीमारी से पीड़ित बच्चों एवं उनके परिजनों से बातचीत के बाद यह बात समाने आई कि ज्यादातर बच्चों में चमकी बुखार सुबह लगभग तीन बजे से लेकर छह बजे तक शुरू हुआ। ऐसे बच्चों को जितना जल्द से जल्द अस्प्ताल ले जाया जाये और वहां उनका सही तरीके से इलाज कराया जाये, यह सुनिश्चत करना बहुत आवश्यक है। जिन बच्चों को समय रहते अस्पताल ले जाया गया उनमें काफी बच्चे ठीक हो गये।
उपाध्याय सूरज
जारी (वार्ता)