जयपुर 29 सितंबर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के बाद राज्यों की खराब वित्तीय स्थिति के मद्देनजर केन्द्र सरकार को तत्काल कदम उठाकर विभिन्न एक्साइज ड्यूटी को घटाकर आम आदमी को राहत देनी चाहिये।
श्री गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग-2)के कार्यकाल में क्रूड आयल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बावजूद पेट्रोल/डीजल के दाम नियन्त्रण में थे। अब क्रूड आयल की दर लगातार बढ़कर कुछ ही दिनों में 80 डालर प्रति बैरल होने वाला है। ये ऐसे ही बढ़ता रहा तो आम आदमी की कमर टूटना तय है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद राज्यों की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए केन्द्र सरकार को एडिशनल एक्साइज ड्यूटी, स्पेशल एक्साइज ड्यूटी, एग्रीकल्चर सेस को घटाकर आम आदमी को राहत देनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल पर केन्द्र सरकार ने विभिन्न प्रकार की एक्साइज ड्यूटी लगा रखी है, जिसमें राज्यों को शेयर भी नहीं मिलता है। आज राजस्थान में एक लीटर डीजल की कीमत 98.80 रूपये है, जिसमें केन्द्र सरकार 31.80 रूपये ले रही है। राज्य का वेट मात्र 21.78 रूपये है।
जोरा
वार्ता