नयी दिल्ली,16 फरवरी (वार्ता) दिल्ली की केंद्रीय गुरु सिंह सभा ने शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (शिअदद) के साथ मिलकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) और इसके अधीन चल रहे गुरुद्वारों और शैक्षणिक संस्थानों में चल रहे कथित भ्रष्टाचार को खत्म करके इन्हें बचाने की मुहिम शुरू करने का एलान किया है।
केंद्रीय गुरु सिंह सभा के प्रमुख एवं डीएसजीएमसी के पूर्व कार्यकारी सदस्य तरविंदर सिंह मारवाह ने मंगलवार को यहां पार्टी अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना, महासचिव हरविंदर सिंह सरना, गुरमीत सिंह शंटी और अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में डीएसजीएमसी में हो रहे कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापक स्तर पर लड़ाई लड़ने का एलान किया। इस दौरान उन्होंने अप्रैल 2021 में प्रस्तावित डीएसजीएमसी चुनाव में शिअदद को खुला समर्थन देने की भी घोषणा की।
इस मौके पर श्री परमजीत सिंह सरना ने कहा कि श्री मारवाह के साथ आ जाने से पार्टी मजबूत होगी और चुनाव जीतने का रास्ता भी आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी कई और कमेटी सदस्य हैं जो उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, क्योंकि वह मौजूदा गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधकों की कार्यप्रणाली से दुखी हैं। श्री हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि श्री मारवाह दक्षिणी दिल्ली में खासा रसूख रखने वाले सिख चेहरों में से एक हैं, जिन्होंने धर्म के साथ-साथ मुख्य धारा की राजनीति में लंबा सफर तय किया है। उनके आने से पार्टी का दायरा बढ़ेगा और इसे मजबूती मिलेगी।
श्री शंटी ने कहा कि डीएसजीएमसी, सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारों और शिक्षण संस्थानों को बचाना बहुत जरूरी हो गया है। वर्तमान सत्ताधारी दल कमेटी को दोनों हाथ से लूट रहा है और मनमर्जी से फैसले ले रहा है। कमेटी की आर्थिक हालात पूरी तरह से खराब हो चुके हैं, जिसका खामियाजा डीएसजीएमसी और इसके स्कूलों के सैकड़ों शिक्षक एवं कर्मचारी भुगत रहे हैं। छह महीने से कर्मचारियों की भविष्य निधि का पैसा जमा नहीं किया गया है।
सं.श्रवण
वार्ता