नयी दिल्ली 25 अक्टूबर (वार्ता) आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने तेदेपा कार्यालय पर हुए हमले को लेकर सोमवार को यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
श्री नायडू ने राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कहा,“आंध्र प्रदेश या भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ... राजनीतिक दल अन्य राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर हमला कर रहे हैं।”
श्री नायडू ने संवाददाताओं से कहा,“उन्होंने हमारे मुख्यालय पर हमला किया, राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई हमले किए गए। इसका कारण यह है कि हम पिछले डेढ़ महीने से ड्रग्स के मुद्दे पर लड़ रहे हैं, खासकर गांजा और शराब के मुद्दे पर।”
उन्होंने कहा कि गांजा आंध्र प्रदेश में अवैध रूप से उगाया जा रहा है और भारत के विभिन्न हिस्सों और अन्य देशों में भी इसकी आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रपति से मांग की है कि आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए यह सबसे उपयुक्त मामला है।”
इस बीच वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल के नेता वी. विजया साई रेड्डी ने तेदेपा पर ‘नागरिकों को भड़काने और उकसाने’ का आरोप लगाया। उन्होंने एक बयान में कहा,“तेदेपा नेता नागरिकों को भड़का रहे हैं, उकसा रहे हैं। वे राज्य में वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा लागू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि 19 अक्टूबर को गुंटूर में तेदेपा के प्रधान कार्यालय में भीड़ ने तोड़फोड़ की थी और इसके लिये तेदेपा नेताओं ने सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी को दोषी ठहराया है। खबरों के मुताबिक, तेदेपा के कार्यालय और पार्टी नेताओं के घरों पर अज्ञात व्यक्तियों ने हमला किया था क्याेंकि तेदेपा के स्थानीय प्रवक्ता ने ड्रग एवं गांजा तस्करी को लेकर बयान जारी किया था।
संजय प्रियंका
वार्ता