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चौरी चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह की कार्ययोजना बनाये: योगी

चौरी चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह की कार्ययोजना बनाये: योगी

लखनऊ 10 जनवरी,(वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि चार फरवरी से अगले साल चार फरवरी तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह के आयोजन की एक कार्ययोजना बनायी जाए।

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों स्वाधीनता आन्दोलन अथवा आजादी के बाद के युद्धों के शहीदों से सम्बन्धित शहीद स्मारक स्थल स्थित हैं। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर चार फरवरी को चौरी-चौरा में कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केन्द्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि चौरी-चौरा की घटना में स्वाधीनता आन्दोलन को नई दिशा दी। इस घटना के सम्बन्ध में आम जनमानस सहित युवा पीढ़ी को तथ्यपरक जानकारी होनी चाहिए।

श्री योगी ने अगले साल आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके मद्देनजर इसी साल 15 अगस्त से अगले साल 15 अगस्त तक वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की कार्ययोजना बनायी जाए। इन कार्यक्रमों को भी चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर केन्द्र सरकार द्वारा कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश प्राप्त होने पर, उन्हें इन कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए।

उन्होने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय आयोजन समिति का गठन किया जाए। शताब्दी समारोह के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति का गठन भी किया जाए। राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, विधान मण्डल विभिन्न दलों के नेता सदन, स्थानीय सांसद, विधायक सहित अन्य सदस्यों को रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में स्थानीय सांसद, विधायक समेत आयोजन समिति तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति का गठन किया जाए।

श्री योगी ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर सभी जनपदों में शहीद स्मारक स्थलों पर पुलिस बैण्ड के साथ शहीदों को सलामी दी जाए। इसके पश्चात अन्य कार्यक्रम सम्पन्न किये जाएं। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का ‘लोगो’ चौरी-चौरा स्मारक को ध्यान में रखकर तैयार किया जाए। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर संचार मंत्रालय से पत्र व्यवहार कर डाक टिकट जारी करने का अनुरोध किया जाए। चौरी-चौरा रेलवे स्टेशन पर पाथ-वे बनाने के लिए रेलवे को लिखा जाए। उन्होंने चौरी-चौरा घटना स्थल तक पहुंच मार्ग बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को अण्डर पास बनाने के निर्देश दिये।

उन्होने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह तथा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की थीम स्वदेशी, स्वावलम्बन और स्वच्छता पर आधारित होना चाहिए। कार्यक्रमों में खादी के प्रचार-प्रसार तथा स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने से सम्बन्धित आयोजन किये जाएं। कार्यक्रमों के अन्तर्गत स्वावलम्बन से जुड़े स्थानीय और विशिष्ट उत्पादों से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, विभिन्न जनपदों के कृषि एवं बागवानी से जुड़े विशिष्ट उत्पादों यथा गुड़, काला नमक चावल, केला, आंवला सहित आॅर्गेनिक उत्पादों को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोजन के लिए सभी शहीद स्मारक स्थलों को चिन्हित कर उनके सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव तैयार कर कार्य को आगे बढ़ाया जाए। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवार के सदस्यों को सम्मानित करने के कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन के दौरान राष्ट्र प्रेम और शौर्य के गीत रचने और गाने वाले युवा कवियों की विभिन्न स्तरों पर स्पर्धा आयोजित की जाए। सभी शिक्षण संस्थाओं में स्वाधीनता आन्दोलन व चौरी-चौरा की घटना सहित विभिन्न स्वतंत्रता आन्दोलन की विभिन्न घटनाओं पर डिबेट की स्पर्धा आयोजित की जाए।

प्रदीप

वार्ता

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