चेन्नई, 05 नवंबर (वार्ता) कोई 36 साल के अंतराल के बाद चेन्नई एवं युद्धग्रस्त रहे श्रीलंका के जाफना के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू होगी। इससे तीन सप्ताह पहले एक परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक संचालित की गयी थी।
एयर इंडिया की सहायक कंपनी एलायंस एयर सप्ताह के तीन दिन सीधी उड़ानें संचालित करेगी। सोमवार, बुधवार और शनिवार को चेन्नई-जाफना की सीधी उड़ानें भरी जायेंगी।
कोई तीन सप्ताह पहले 17 अक्टूबर को 75 सीटों वाले एलायंस एयर की उड़ान ने चेन्नई और जाफना के बीच यहां स्थित अन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरकर जाफना के पलाली हवाई अड्डे पर उतरा था। आदिवासी बहुल पालेली हवाई अड्डे पर विमान के आगमन पर उसे पारंपरिक जल सलामी दी गई।
एलायंस एयर की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विमान 1035 बजे चेन्नई से रवाना होगी और जाफना 1200 बजे पहुंचेगी। वापसी की यात्रा में, यह 1245 बजे जाफना से रवाना होगी और चेन्नई अपराह्न 1410 बजे पहुंचेगी।
चेन्नई और जाफना के बीच हवाई यात्रा का शुल्क 3990 रुपये प्रति यात्री होगा। इसके अलावा कर लगाया जाएगा।
यह एलायंस एयर का पहला अंतरराष्ट्रीय गंतव्य होगा।
इन दोनों स्थलों के बीच सीधी सेवा पहले एक नवंबर से शुरू होने वाला था लेकिन कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने में देरी हुई।
जाफना में मुख्य रूप से तमिलों की आबादी है और आंतरिक युद्ध और के कारण 1983 में उड़ान सेवाओं पर रोक लगा दी गयी थी। हवाई अड्डे का उपयोग केवल श्रीलंकाई सेना ने अपने प्रयोजनों के इस्तेमाल के लिए किया।
मई 2009 में युद्ध समाप्त होने के बाद तमिलों ने जाफना और चेन्नई के बीच फिर से विमान सेवाएं शुरू करने की मांग शुरू कर दी। चूंकि युद्ध में पलाली हवाई अड्डे को भारी क्षति पहुंची थी, इसलिए इसे ठीक कर उड़ान सेवाओं को संचालित करने में लंबा समय लगा। जिसके बाद अगले सोमवार से यह हवाई अड्डा फिर से हवाई सेवा शुरू करने के लिए तैयार हैं।
जब परीक्षण उड़ान चेन्नई से उड़ान भर कर जाफना पहुंचा, उसी दिन श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना की मौजूदगी में जाफना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से नागरिक सेवा की शुरुआत की।
संजय.श्रवण
वार्ता