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मुख्यमंत्री ने सर्वजन पेंशन योजना के तहत पेंशन वितरण-सह- जागरूकता कार्यक्रम में 53 योजनाओं की दी सौगात, 59 योजनाओं की रखी आधारशिला

मुख्यमंत्री ने सर्वजन पेंशन योजना के तहत पेंशन वितरण-सह- जागरूकता कार्यक्रम में  53 योजनाओं की दी सौगात, 59 योजनाओं की रखी आधारशिला

दुमका, 21 जुलाई (वार्ता) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार सर्वजन पेंशन योजना से सभी बुजुर्ग, दिव्यांग, परित्यक्ता, एकल महिला और विधवा आदि को अभियान चलाकर जोड़ रही है और जो भी इस योजना की पात्रता रखते हैं, वे छूटे नहीं।

श्री सोरेन ने आज पुलिस लाइन मैदान दुमका, में आयोजित सर्वजन पेंशन योजना, पेंशन वितरण-सह- जागरूकता कार्यक्रम तथा विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि इसका निर्देश अधिकारियों को दिया जा चुका है।सरकार इन सभी का सहारा तो बन रही है। इनके साथ उनका मान- सम्मान और हक भी उन्हें दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद पिछले 20 वर्षों में मात्र 6 लाख 50 हजार लोगों को ही पेंशन का लाभ मिल रहा था वहीं हमारी सरकार ने मात्र ढाई साल में 17 से 18 लाख पेंशन धारकों को जोड़ने का काम किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन मैदान स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर वर्ग और तबके के हित को ध्यान में रखकर कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। आपके आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी है तो आपको आपका हक और अधिकार मिले यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। हमारा प्रयास है कि राज्य के सबसे अंतिम व्यक्ति तक हमारी आवाज और सरकार की योजना पहुँचे। उन्होंने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति के चेहरे पर हमें खुशी देखना है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार अपनी कार्य योजनाओं को बना रही है और उसे धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है।

श्री सोरेन ने कहा कि राज्य के कोने-कोने में लोग गरीबी के साथ जी रहे थे, कुपोषण जैसी समस्याओं से समाज का पिछड़ा वर्ग जूझ रहा था, राज्य आगे बढ़ेगा कि नहीं ऐसी चिंता सता रही थी। सरकार बनते ही कोरोना ने कहर मचा रखा था, हम सब ने आपसी सहयोग से इसे परास्त कर देश के सामने मिसाल देने का काम किया है। अभी आने वाला समय में सुखाड़ जैसी स्थिति बन रही है, किसान अभी तक रोपनी भी नहीं कर पाए हैं। जहाँ खेती-बाड़ी से लेना-देना नहीं है वहाँ बाढ़ आ गया है और जहाँ 80% लोग खेती पर आश्रित हैं वहाँ एक बूंद पानी भी नहीं मिल पा रहा। हमारी सरकार कागजी सरकार नहीं है, हम लोगों के बीच जाकर काम करते हैं। हम किसानों, मजदूरों के हित के लिए कार्य कर रहे हैं।

विनय

जारी वार्ता

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