खेलPosted at: Nov 10 2019 2:06PM ओलंपिक में स्वर्ण का लक्ष्य रहेगा चिंकी का: मेहताब
भोपाल, 10 नवंबर (वार्ता) दोहा में 14वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपिनयशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन के जरिए टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए कोटा दिलाने वाली भोपाल की युवा निशानेबाज चिंकी यादव के पिता मेहताब को पूरी उम्मीद है कि उनकी पुत्री ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक लाएगी।
मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की 21 वर्षीय चिंकी यादव के पिता मेहताब यादव ने यहां यूनीवार्ता को बताया कि चिंकी का दोहा के बाद अब पूरा जोर ओलंपिक में स्वर्ण पदक लाने पर रहेगा। इसके लिए वह पहले से ही प्रयास कर रही है। इसी तरह का विश्वास चिंकी की मां श्रीमती कृष्णा यादव को भी है। हालाकि अभी वे दोनों चिंकी के दोहा से लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
अपनी पुत्री की उपलब्धियों का सहज भाव से बखान करने वाले चिंकी के माता पिता उसकी दोहा में हासिल नयी उपलब्धि पर भी अत्यंत प्रसन्न हैं। उनका मानना है कि जिस तरह से वह अपने प्रदर्शन में लगातार निखार लाती जा रही है, उससे उन्हें पूरा विश्वास है कि चिंकी ओलंपिक खेलों में देश के लिए स्वर्ण पदक अवश्य लाएगी।
युवा निशानेबाज़ चिंकी यादव ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने के साथ भारत को टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिये 11वां कोटा दिलाया था। चिंकी ने क्वालिफिकेशन में परफेक्ट 100 का स्कोर किया था और कुल 588 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रहकर फाइनल में पहुंची थीं। उनसे आगे थाईलैंड की नाफसवान यांगपेनबून रहीं जिनके क्वालिफिकेशन में 590 अंक रहे। चिंकी ने अपने पहले सीनियर इंटरनेशनल मुकाबले में ही यह उपलब्धि हासिल की। चिंकी आठ महिलाओं के फाइनल में छठे स्थान पर रहीं।
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