Tuesday, Apr 23 2024 | Time 23:39 Hrs(IST)
image
मनोरंजन


भारतीय सिनेमा के युगपुरूष थे चित्रगुप्त

भारतीय सिनेमा के युगपुरूष थे चित्रगुप्त

(पुण्यतिथि 14 जनवरी के अवसर पर)

मुंबई 13 जनवरी (वार्ता)भारतीय सिनेमा के ‘युगपुरूष’ चित्रगुप्त का नाम एक ऐसे संगीतकार के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने लगभग चार दशक तक अपने सदाबहार एवं रूमानी गीतों से श्रोताओं के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी।

सोलह नवंबर 1917 को बिहार के गोपाल गंज जिले में जन्में चित्रगुप्त श्रीवास्तव को बचपन से ही संगीत के प्रति रूचि थी। चित्रगुप्त ने अर्थशास्त्र तथा पत्रकारिता में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह पटना में व्याख्याता के रूप में काम करने लगे। लेकिन बाद में उनका मन इस काम में नहीं लगा और वह बतौर संगीतकार फिल्म इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाने के लिये वह मुंबई आ गये ।

मुंबई आने के बाद चित्रगुप्त को काफी संघर्ष करना पड़ा। इस दौरान उनकी मुलाकात संगीतकार एस.एन.त्रिपाठी से हुयी और वह उनके सहायक के तौर पर काम करने लगे। वर्ष 1946 में प्रदर्शित फिल्म ‘तूफान क्वीन’ से चित्रगुप्त ने बतौर संगीतकार अपने कैरियर की शुरूआत की लेकिन फिल्म की विफलता से चित्रगुप्त अपनी पहचान बनाने में असफल रहे।

इस बीच चित्रगुप्त ने अपना संघर्ष जारी रखा। अपने वजूद को तलाश में चित्रगुप्त को फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 10 वर्ष तक संघर्ष करना पड़ा। वर्ष 1952 में प्रदर्शित फिल्म ‘सिंदबाद द सेलर ’ चित्रगुप्त के सिने करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुयी। इस फिल्म ने सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित किये।

     इस बीच उनकी मुलाकात महान संगीतकार एस.डी.बर्मन से हुयी जिनके कहने पर चित्रगुप्त को उस जमाने के मशहूर बैनर ‘एवीएम’ की फिल्म ‘शिव भक्त’ में संगीत देने का मौका मिला। इस फिल्म की सफलता के बाद चित्रगुप्त ए.वी.एम बैनर के तले बनने वाली फिल्मों के निर्माताओं के चहेते संगीतकार बन गये ।

वर्ष 1957 में प्रदर्शित फिल्म ‘भाभी’की सफलता के बाद चित्रगुप्त सफलता के शिखर पर जा पहुंचे। फिल्म ‘भाभी’ में उनके संगीत से सजा यह यह गीत ‘चल उड़ जा रे पंछी कि अब ये देश हुआ बेगाना’श्रोताओं के बीच आज भी काफी लोकप्रिय है।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी चित्रगुप्त ने संगीत निर्देशन के अलावा अपने पार्श्वगायन से भी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इन सब के साथ हीं चित्रगुप्त ने कई फिल्मों के लिये गीत भी लिखे। चित्रगुप्त ने हिंदी फिल्मों के अलावा भोजपुरी,गुजराती और पंजाबी फिल्मों के लिये भी संगीत दिया जिसमें सभी फिल्में सुपरहिट साबित हुयीं।

सत्तर के दशक में चित्रगुप्त ने फिल्मों में संगीत देना काफी हद तक कम कर दिया क्योंकि उनका मानना था कि अधिक फिल्मों के लिये संगीत देने से अच्छा है बढिया संगीत देना। चित्रगुप्त ने लगभग चार दशक अपने सिने कैरियर में 150 फिल्मों को संगीतबद्ध किया। अपने संगीतबद्ध गीतों से लगभग चार दशक तक श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाले महान संगीतकार चित्रगुप्त 14 जनवरी 1991 को इस दुनिया से अलविदा कह गये।

More News
आमिर खान ने लांच किया फ़िल्म श्रीकांत - आ रहा है सबकी आखें खोलने का गाना पापा कहते - 2.0

आमिर खान ने लांच किया फ़िल्म श्रीकांत - आ रहा है सबकी आखें खोलने का गाना पापा कहते - 2.0

23 Apr 2024 | 8:18 PM

मुंबई, 23 अप्रैल (वार्ता) बॉलीवुड अभिनेता आमिर ख़ान ने राजकुमार राव की फ़िल्म श्रीकांत - आ रहा है सबकी आंखें खोलने का गाना *पापा कहते - 2.0 रिलीज किया है।

see more..
प्रशांत वर्मा ने रिलीज़ किया जय हनुमान का 3डी पोस्टर

प्रशांत वर्मा ने रिलीज़ किया जय हनुमान का 3डी पोस्टर

23 Apr 2024 | 8:11 PM

मुंबई, 23 अप्रैल (वार्ता) निर्माता प्रशांत वर्मा ने जय हनुमान का 3डी पोस्टर रिलीज कर दिया है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशांत वर्मा का भगवान हनुमान से कुछ गहरा संबंध है।

see more..
दूल्हा नम्बर 1 में नजर आयेंगे सुमित सिंह चन्द्रवंशी

दूल्हा नम्बर 1 में नजर आयेंगे सुमित सिंह चन्द्रवंशी

23 Apr 2024 | 8:07 PM

मुंबई, 23 अप्रैल (वार्ता) भोजपुरी अभिनेता सुमित सिंह चन्द्रवंशी फिल्म दूल्हा नम्बर 1 में काम करते नजर आयेंगे। सुमित सिंह चन्द्रवंशी ने फ़िल्म मेरे चाचू की शादी में भी एक काले लड़के की भूमिका निभाई थी और अब एकबार फिर से कुछ उसी तरह से काले लड़के के रूप में अबकी बार पुनः एक नए रोल में मुख्य अभिनेता के तौर पर वह दूल्हा नम्बर 1 में दर्शकों के बीच मे आ रहे हैं ।

see more..
कश्मीर एनिगमा ऑफ पैराडाइज में पुराने कश्मीर से नए कश्मीर के सफरनामें को एकसूत्र में पिरोने की कोशिश : आदि ईरानी

कश्मीर एनिगमा ऑफ पैराडाइज में पुराने कश्मीर से नए कश्मीर के सफरनामें को एकसूत्र में पिरोने की कोशिश : आदि ईरानी

23 Apr 2024 | 8:05 PM

मुंबई, 23 अप्रैल (वार्ता) अभिनेता आदि ईरानी का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म कश्मीर एनिगमा ऑफ पैराडाइज के जरिये पुराने कश्मीर से नए कश्मीर के सफरनामें को एकसूत्र में पिरोने की कोशिश की गयी है।

see more..
सत्यजीत रे ने दिलाई थी भारतीय सिनेमा को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

सत्यजीत रे ने दिलाई थी भारतीय सिनेमा को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

23 Apr 2024 | 7:55 PM

पुण्यतिथि 23 अप्रैल के अवसर पर मुंबई, 23 अप्रैल (वार्ता) भारतीय सिनेमा जगत में युगपुरूष सत्यजीत रे को एक ऐसे फिल्मकार के तौर पर याद किया जाता है, जिन्होंने अपनी निर्मित फिल्मों के जरिए भारतीय सिनेमा जगत को अंतराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान दिलाई ।

see more..
image