राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 23 2019 6:43PM बुंदेलखंड में कृषि योजनाओं के विस्तार पर हुआ मंथन
झांसी 23 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के अति पिछड़े क्षेत्रों में शुमार बुंदेलखंड में कृषि योजनाओं के विस्तार कर सीधे किसानों को लाभ पहुंचाने को लेकर रविवार को हुई चर्चा में जैविक ग्राम मॉडल बनाये जाने और जैविक कृषि कलस्टर तैयार की जरूरत को रेखांकित किया गया।
झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद अनुराग शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के तहत क्षेत्र के किसानों की स्थिति में सुधार, उनकी आय के साधन बढाने तथा सीधे लाभ किसानों को पहुंचाने जैसे मुद्दों पर यहां स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विद्यालय के कुलपति डा़ अरविंद कुमार और शिक्षा निदेशक डा़ अनिल कुमार गुप्ता के साथ अपने संसदीय कार्यालय में बैठक कर गंभीर चर्चा की।
बैठक में किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार कृषि प्रशिक्षण एवं अन्य कृषि संबंधी जानकारियां मुहैया कराने के लिए “ जैविक ग्राम मॉडल” बनाये जाने और पूरे क्षेत्र के किसानों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए जैविक कृषि कल्स्टर बनाये जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। इस दौरान सांसद ने कुलपति से ललितपुर में कृषि संबंधी शोध एवं प्रशिक्षण के लिए केंद्र की स्थापना करने का अनुरोध किया साथ ही आश्वासन दिया कि इसके लिए आवश्यक 200 एकड़ जमीन उन्हें मुहैया करायी जायेगी।
केंद्र सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा मध्यम से उच्च स्तरीय जैव संसाधन केंद्रों का भी निर्माण कराया जायेगा ,जिसमें मूल्य संवद्धित उत्पाद, सौंदर्य उत्पाद और दवाएं आदि बनायी जायेंगी। बैठक में बताया गया कि बुंदेलखंड में पहला जैव कृषि सूचना ग्रिड बनाने का प्रस्ताव पहले ही केंद्र को भेजा जा चुका है। इस योजना के माध्यम से क्षेत्र के कृषि जैव संसाधनों को जीनोमिक्स की मदद से मूल्य संर्वद्धित उत्पाद में बदला जा सकेगा और किसानों को अपने उत्पाद का अधिक मूल्य प्राप्त हो सकेगा।
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय ने लगभग 1000 कुंतल दलहन और तिलहन का उत्पादन किया जिसे क्षेत्र के किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा । इन विकसित बीजों की मदद से किसानों की उपज को दोगुना किया जा सकेगा और किसान को अपने उत्पाद का अधिक मूल्य प्राप्त होगा।
सांसद ने इस क्षेत्र की समस्याओं के ध्यान में रखकर उनके समाधान के लिए गंभीर प्रयास करने शुरू कर दिये हैं और इसी के तहत वह पानी की बड़ी विकट समस्या से लेकर विभिन्न प्रकार की परेशानियों के समाधान के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। हाल ही में श्री शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें बुंदेलखंड की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया था और वह लगातार लोगों से संपर्क बनाते हुए क्षेत्र के विकास में लगे हैं।
साेनिया
वार्ता