राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Sep 16 2019 9:02PM जलवायु परिवर्तन का संकट,दुनिया में दिखाई दे रहा है: शेखावत
गोररखपुर, 16 सितम्बर (वार्ता) केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि वर्तमान में जलवायु परिवर्तन का संकट पूरी दुनिया खासकर भारत में दिखाई दे रहा है और इस संकट से निपटने के लिए मात्र सरकार द्वारा किये गये प्रयास पर्याप्त नहीं बल्कि लोगों को आगे आना होगा।
श्री शेखावत सोमवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ की 50वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ की पांचवीं पुण्यतिथि के अवसर पर साप्ताहिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ‘जल है तो कल है’ विषय पर बोलते बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नये भारत का आधारशिला जल बनेगा और जब कोई विषय जन
की इच्छा बन जाती है तो वह विषय निश्चित रूप से सफल होगा। वर्तमान में जलवायु परिवर्तन का संकट पूरी दुनिया खासकर भारत में दिखाई दे रहा है। इस संकट से निपटने के लिए मात्र सरकार द्वारा किये गये प्रयास पर्याप्त नहीं बल्कि जनता को आगे आकर इसमें सहयोग करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हम सुबह-स्नान करते है तो सभी नदियाें का स्मरण करते है। दुनिया की सभी सभ्यताएं नदी के तट पर विकसित हुई लेकिन यह कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि आज वही हमारी नदी संकट में है। उन्होंने कहा कि हमारे संस्कृति में जल को जगदीश माना गया है। ऋग्वेद में जल एवं पर्यावरण संरक्षण विषय पर पर्याप्त उदाहरण है। सभी भारतीय ग्रंथो में जल को ईश्वर माना गया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दुनिया में जितना जल है उसका 97.3 प्रतिशत जल समुद्र का खारा जल है, जो हमारे उपयोग में नही आता है ,लेकिन वर्तमान टेक्नोलाॅजी से उस जल को भी उपयोग में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
सबसे अधिक जल पृथ्वी के भू-भाग में है। हमारा जीवन 65 प्रतिशत भूगर्भ जल पर निर्भर है और जितना जल हम जमीन से लेते हैं उसके अपेक्षा बहुत कम जल हम भू-गर्भ में भेज पाते हैं।
उदय त्यागी
जारी वार्ता