दुनियाPosted at: Sep 23 2019 9:38PM जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विकास के नये मॉडल की जरूरत: गुतारेस
न्यूयार्क 23 सितम्बर (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने पेट्रोलियम पदार्थों और कोयले को ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा कारण बताते हुए इन ईंधनों पर सब्सिडी खत्म करने और इनके उत्खनन पर रोक लगाने पर जोर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपनी हर गतिविधि की कीमत चुकानी पड़ती है लेकिन हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना सबसे खतरनाक है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों और कोयले पर सब्सिडी को खत्म किये जाने की जरूरत है।
श्री गुतारेस ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के मामले में हम रेस हार रहे हैं लेकिन हम अभी भी इस रेस को जीत सकते हैं। उन्होंने कहा ,“ निरंतर तप रही धरती पुकार रही है - रूक जाओ। ” ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेन्टीग्रेड तक ही समिति रखना संभव है लेकिन इसके लिए समाज में सभी पहलुओं की दृष्टि से आमूलचूल बदलाव करना होगा जैसे हम खाद्य पदार्थ कैसे उगाते हैं, भूमि का उपयोग कैसे करते हैं, वाहनों में कैसे ईंधन का इस्तेमाल करते हैं और अर्थव्यवस्था को कैसे चलाते हैं। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन संकट के लिए मुनष्य ही जिम्मेदार है और इसका समाधान भी हमें ही करना होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि दुनिया को जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए विकास का नया मॉडल अपनाना होगा। वैशवीकरण की प्रक्रिया साफ- सुथरी हो जिसमें कठिनाई कम हो, न्याय ज्यादा हो और लोगों में अधिक सद्भावना हो। उन्होंने कहा कि यदि हम तुरंत अपने जीवन के तरीके में बदलाव नहीं लाते हैं तो हम जीवन को ही खतरे में डाल देंगे।
संजीव सचिन
वार्ता