नयी दिल्ली, 26 सितंबर (वार्ता) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का संचालन करने के लिये सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त की गयी प्रशासकों की समिति (सीओए) अगले महीने 23 अक्टूबर को अपना कार्यकाल समाप्त कर देगी। समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने इसकी पुष्टि की है।
पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक(कैग) राय की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति बीसीसीआई की 23 अक्टूबर को होने वाली आम सालाना बैठक में कार्यालय से विदा ले लेगी। राय ने खुद इसकी पुष्टि करते हुये कहा,“ हां जैसे कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के चुनावों के बाद इसी सीओए ने कार्यभार छोड़ दिया था उसी तरह से बोर्ड के चुनावों के खत्म होने के बाद जब नये पदाधिकारी चुने जाएंगे प्रशासकों की समिति अपना कार्यकाल समाप्त कर लेगी।”
सर्वाेच्च अदालत ने जनवरी 2017 में बीसीसीआई में ढांचागत सुधाराें के लिये न्यायाधीश आर एम लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर अपनी मुहर लगाई थी जिसके बाद बीसीसीआई में इन सिफारिशों को लागू कराने का जिम्मा चार सदस्यीय समिति को सौंपा गया था जिसकी अध्यक्षता पूर्व सीएजी राय को दी गयी थी। समिति में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, पूर्व महिला कप्तान डायना इडुलजी और विक्रम लिमाये को सदस्य बनाया गया था, हांलाकि गुहा ने समिति से इस्तीफा दे दिया था।
सीओए लगभग 33 महीने से बीसीसीआई का संचालन कर रहा है और कई अहम फैसलों में उसकी भूमिका रही है। बीसीसीआई की एजीएम के दिन 23 अक्टूबर को ही उसके चुनावों के बाद अब सीओए अपनी संचालक की भूमिका को छोड़ने जा रही है।
राय ने हरियाणा क्रिकेट संघ के बीसीसीआई के नये संविधान के अनुसार चुनाव कराने को लेकर कहा,“ हरियाणा ने अब तक अपना संविधान नहीं भेजा है। लेकिन तमिलनाडु ने भेजा है। महाराष्ट्र भी बीसीसीआई संविधान के अनुसार काम कर रहा है।” सीओए ने हाल ही में एक नोटिस जारी कर बताया था कि चुनावों की तारीख को एक दिन बदला गया है।
उन्होंने कहा,“हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं जिसे देखते हुये हमने बीसीसीआई के चुनावों को एक दिन देर से कराने का फैसला किया है जो अब 23 अक्टूबर को होंगे।”
प्रीति
वार्ता