राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Sep 28 2019 6:23PM कश्मीर में व्यावसायिक प्रतिष्ठान 55 वें दिन भी बंद
श्रीनगर ,28 सितंबर (वार्ता) जम्मू कश्मीर काे विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35 ए को अगस्त को हटाये जाने के बाद 55वें दिन शनिवार को घाटी में व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं तथा ट्रेन, मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं स्थगित हैं।
प्रशासन ने 19 अगस्त से प्राथमिक स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश दिया था और 21 अगस्त से माध्यमिक स्कूलों के बाद हाई स्कूलों को खोलने का आदेश दिया था। श्रीनगर में हालांकि सभी स्कूल बंद हैं लेकिन 60 से 70 प्रतिशत शिक्षक और अन्य कर्मचारी ड्यूटी पर नियमित आ रहे हैं। घाटी के निजी स्कूल भी बंद हैं।
केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को राज्य से अनुच्छेद 350 और 35 A हटाये जाने के अलावा राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने का भी लोग विरोध कर रहे हैं। किसी भी संगठन ने हालांकि हड़ताल का आह्वान नहीं किया है।
पिछले 24 घंटों के दौरान पुराने शहर-ए-खास के विभिन्न हिस्सों से प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों की रिपोर्ट मिली है। पथराव और नारेबाजी कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसूगैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
शहर में प्रतिदिन सात बजे से नौ बजे तक चलने वाली व्यावसायिक गतिविधिया शनिवार को दूसरे दिन भी बंद रही।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार घाटी के किसी भी हिस्से में कर्फ्यू नहीं है लेकिन कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए एहतियातन निषेधाज्ञा लगायी गयी है।
सिविल लाइन के अलावा पुराने शहर और शहर-ए- खास के कुछ हिस्सो में शनिवार को दूसरे दिन भी किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंध जारी रहे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन के दौरान शुक्रवार को कड़े प्रतिबंध लगाये गये थे।
घाटी में पांच अगस्त से अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं निलंबित है। घाटी में हालांकि लैंडलाइन टेलीफोन सेवा कार्य कर रही है।
शहर और शहर- ए -खास में कड़े प्रतिबंध जारी है। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी द्वार अगस्त से लोगों के लिए बंद हैं।कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जामिया मार्केट और मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
प्रतिबंधों के कारण पांच अगस्त से मस्जिद में शुक्रवार की नमाज अदा नहीं की गयी है।
श्रीनगर और उसके आसपास के इलाकों में पांच अगस्त से दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठान 55वें दिन भी बंद रहे। हालांकि शनिवार को भी सड़कों में वाहनों की आवाजाही बंद रही। राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें भी सड़कों पर नहीं दिखी। शहर की सड़कों में निजी वाहनों को चलते हुए देखा गया।
राम आशा
जारी वार्ता