लखनऊ, 30 सितम्बर (वार्ता) राज्यसभा सांसद और कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों की दयनीय हालत राष्ट्रीय चिंता का विषय है।
श्री हुड्डा ने गुरूवार को यहां पत्रकारों से कहा कि किसानों ने यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने का पूरा मन बना लिया है, क्योंकि सत्तारूढ़ दल अपने वादे निभाने में पूर्ण रूप से नाकाम रहा है। साढ़े चार साल में गन्ने का भाव सिर्फ 25 रुपये बढ़ाने का सरकारी फैसला स्पष्ट दर्शाता है कि यह सरकार किसानों के कल्याण को लेकर कितनी गंभीर है।
उन्होंने कहा कि किसानों को न तो उनकी उपज का सही दाम मिल रहा है न ही उनको वह मान-सम्मान मिल रहा है जिसके वे हकदार हैं। देश भर के किसान पिछले 307 दिनों से तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर आन्दोलन कर रहे हैं। इस दौरान धरनों पर 600 से ज्यादा किसानों की जान चली गई लेकिन भाजपा सरकार किसानों से बात करने, उनकी बात सुनने तक को राजी नहीं है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा सबसे ज्यादा किसानों को उठाना पड़ा है। 2014 के बाद से किसानों पर कर्ज बढ़कर लगभग दोगुना हो गया है। सरकार ने खुद संसद में माना है कि 31 मार्च, 2014 को किसानों पर कुल बकाया कर्ज 9.64 लाख करोड़ रुपये था जो 31 मार्च, 2021 तक बढ़कर 16.84 लाख करोड़ रुपये हो चुका है।
उन्होने कहा “सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किसानों पर कर्ज दोगुना हो गया है। अगर सरकार किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर गंभीर होती तो उसे एमएसपी25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करनी चाहिए थी लेकिन वास्तविक वृद्धि केवल दो प्रतिशत थी। यूपीए सरकार के दौरान फसलों का एमएसपी औसतन 12-23 फीसदी बढ़ा जबकि वर्तमान सरकार के दौरान यह मुद्रास्फीति की दर से भी नीचे रही है, जिससे किसानों की वास्तविक आय में गिरावट आई है।”
प्रदीप
जारी वार्ता