भारतPosted at: May 10 2019 8:54PM सिख दंगों पर पित्रोदा के बयान से कांग्रेस का किनारा
नयी दिल्ली, 10 मई (वार्ता) कांग्रेस ने सिख दंगों पर अपने वरिष्ठ नेता तथा ओवरसीज कांग्रेस के प्रभारी सैम पित्रोदा के बयान से खुद को अलग करते हुए आज कहा कि यह उनकी निजी राय है।
ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख तथा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांघी के निकट मित्र रहे श्री पित्रोदा ने एक साक्षात्कार में 1984 के सिख दंगों को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कथितरूप से “हुआ तो हुआ” कहा था। भारतीय जनता पार्टी ने उनके बयान के लिए कांग्रेस पर तीखा हमला किया जिसके बाद पार्टी ने अपने नेता के इस बयान से खुद को अलग कर दिया।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला तथा वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने शुक्रवार को यहां कहा कि कांग्रेस किसी भी तरह की हिंसा के विरुद्ध है और 1984 के सिख दंगों के पीड़ितों को न्याय देने तथा आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की पक्षधर रही है। पार्टी का मानना है कि 2002 के गुजरात दंगों के दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस श्री पित्रोदा सहित अपने किसी भी नेता की निजी राय से सहमत नहीं है। उन्होंने पार्टी नेताओं को सलाह दी है कि उन्हें पार्टी लाइन पर ही बात करनी चाहिए।
इस बीच श्री पित्रोदा ने शुक्रवार को कहा “मुझे पता चला है कि भाजपा अपनी नाकामयाबी को छिपाने के लिए कैसे मेरे साक्षात्कार के तीन शब्दों को तोड़ मरोड़कर पेश कर रही है।”
उन्होंने यह भी कहा “सच्चाई को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है और सोशल मीडिया के माध्यम से झूठ प्रसारित किया जा रहा है। सच्चाई का कुछ नहीं बिगडेगा और झूठ का पर्दाफाश हो जाएगा। यह समय की बात है। धैर्य रखिए।”
अभिनव संजीव
वार्ता