नयी दिल्ली, 19 जून (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस तथा बहुजन समाज पार्टी ने भाग नहीं लिया।
प्रधानमंत्री ने यह बैठक ‘एक देश एक चुनाव’ , आजादी के 75वें वर्ष में नये भारत के निर्माण , राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से संबंधित समारोह , संसद के दोनों सदनाें में ज्यादा से ज्यादा कामकाज किये जाने तथा आकांक्षी जिलों के विकास के मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलायी गयी थी ।
संसद के लायब्रेरी भवन में हुयी इस बैठक में संसद में प्रतिनिधित्व वाले दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था । तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक में हिस्सा लेने से पहले ही मना कर दिया था । उन्होंने कहा था कि वह इस बैठक में भाग नहीं ले पायेंगी क्योंकि ‘एक देश एक चुनाव’ का मुद्दा बहुत गंभीर और संवेदनशील है तथा इतने कम समय में सभी दलों की बैठक बुलाकर इस मसले के साथ न्याय नहीं किया जा सकता है।
बसपा प्रमुख मायावती ने भी बैठक में आने से इन्कार कर दिया था । कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई तथा के सुरेश ने संवाददातअइों से कहा कि उनकी पार्टी बैठक में शामिल नहीं होगी । तेलंगना राष्ट्र समिति , तेलगू देशम पार्टी तथा द्रमुक ने भी बैठक में भाग नहीं लिया ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काफी समय से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर जोर देते रहे हैं। उनका कहना है कि इससे चुनाव पर होने वाले खर्च में भारी कमी आयेगी तथा चुनावों के कारण समय-समय पर लागू की जाने वाली आचार संहिता के कारण विकास कार्यों में बाधा नहीं आयेगी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार , नेशनल कांफ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला , जनता दल (यू) प्रमुख नीतीश कुमार ,बीजू जनता दल प्रमुख नवीन पटनायक , लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान और वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी बैठक में मौजूद थे ।
अरुण उनियाल
वार्ता