राज्यPosted at: Nov 25 2019 3:55PM पुस्तक विवाद को लेकर कांग्रेस का बोर्ड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन
अहमदाबाद, 25 नवंबर (वार्ता) गुजरात में विश्वविद्यालय ग्रंथ निर्माण बोर्ड की ओर से प्रकाशित पुस्तक ‘गुजरात नी राजकीय गाथा’ (गुजरात का राजनीतिक इतिहास) में कथित तौर पर गोधरा कांड के लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के कुछ निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी जिम्मेदार ठहराये जाने को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच पार्टी ने आज यहां बोर्ड के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
ज्ञातव्य है कि 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस के एस 6 कोच में गोधरा के निकट आग लगाये जाने से 50 से अधिक लोगों की मौत की घटना के एक दिन बाद ही राज्यव्यापी दंगे भड़क उठे थे जिन्हें गुजरात दंगों के रूप में जाना जाता है।
बोर्ड की अध्यक्ष भावनाबेन दवे और परीक्षित जोशी ने उक्त पुस्तक को संपादित किया है। पार्टी की युवा और महिला इकाई के साथ ही छात्र संगठन एनएसयूआई और नगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने यहां इलिस ब्रिज इलाके में स्थित बोर्ड के मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। वहां पहले से ही तैनात पुलिस ने इनमें से कई को हिरासत में ले लिया।
पार्टी ने इस पुस्तक को वापस नहीं लिये जाने पर अगले 48 घंटे में और तीव्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। उधर श्रीमती दवे ने कहा कि पुस्तक में लिखी बातें तथ्यों पर आधारित हैं जिन्हे तत्कालीन कई समाचार पत्रों ने भी प्रकाशित किया था।
रजनीश
वार्ता