Sunday, Oct 13 2024 | Time 19:59 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आदिवासी समाज को 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया: गोहिल

राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आदिवासी समाज को 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया: गोहिल

जयपुर, 06 नवम्बर (वार्ता) गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आगामी राजस्थान विधानसभा आम चुनाव में आदिवासी समाज को कम मौका देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस ने इस चुनाव में इस समाज को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया हैं।

श्री गोहिल सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय जयपुर में प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से आदिवासी समाज को प्रत्याशी के तौर पर सबसे ज्यादा 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है और साथ ही एसटी रिजर्व सीट नहीं होने पर भी वहॉं आदिवासियों की उपयुक्ता को देखकर उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है जबकि भाजपा ने केवल 30 प्रतिशत आदिवासी को मौका दिया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा अनुसूचित जाति को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व देते हुये 34 प्रत्याशी दिये गये। श्री गोहिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वास्तव में महिला सम्मान की नीयत रखती है, इसलिये कांग्रेस पार्टी से 25 महिला प्रत्याशियों को चयनित किया गया जबकि भाजपा ने केवल 16 महिलाओं को टिकट देकर नारी सम्मान के प्रति कोरी जुमलेबाजी एवं झूंठा नारी शक्ति वंदन व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा 40 से कम उम्र के तकरीबन 40 युवाओं को प्रत्याशी बनाया गया है तथा कांग्रेस पार्टी के द्वारा मुस्लिम वर्ग के 15 योग्य उम्मीदवारों को चुना गया है जबकि कट्टरता को अभिव्यक्त करते हुये भाजपा ने किसी भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया है।

श्री गोहिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवादल, पार्टी जिलाध्यक्ष, एआईसीसी पदाधिकारी सहित एक्स आर्मी मैन और पीएचडी व उच्च शिक्षा प्राप्त योग्य प्रत्याशियों का चयन किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में श्री अशोक गहलोत की सरकार ने काम किया है, इसलिये कांग्रेस पार्टी के पक्ष में माहौल है और भाजपा कोरी जुमलाबाजी करती है तथा बार-बार पेपर लीक का आरोप लगाती है।

उन्होंने कहा कि गुजरात में तकरीबन 14 पेपर लीक हुये हैं जिसमें पटवारी, टीचर भर्ती, गुजरात चीफ ऑफिसर, विलेज ऑफिसर, डिप्टी सैक्रेट्री, एलआरडी, हैड क्लर्क, विद्युत सहायक, वन संरक्षक, जूनियर क्लर्क जैसे निरन्तर पेपर लीक हुये हैं जिस पर गुजरात सरकार दिखावे की एवं झूठी कार्यवाही कर रही है और भाजपा की गुजरात सरकार में शिक्षा मंत्री का निजी सहायक स्वयं पेपर लीक में गिरफ्तार हुआ जिससे भाजपा की कथनी और करनी की भिन्नता जाहिर होती है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में श्री अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार ने पेपर लीक पर ठोस कार्यवाही करते हुये पेपर लीक के खिलाफ सख्त अलग कानून बनाया जिसमें 10 करोड़ तक की पैनेल्टी और उम्र कैद की सजा का प्रावधान रखा गया है, इसलिये भाजपा को अपने गिरेबां में देखना चाहिये। उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा सरकार द्वारा मिलीभगत कर ब्लैक लिस्टेड और आरोपित कम्पनियों को ब्रिज बनाने का ठेका दिया और वह ब्रिज अनेकों आम नागरिक व दलितों की मौत का कारण बना।

जोरा

जारी वार्ता

image