चंडीगढ़, 16 जुलाई (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि हरियाणा में विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पिछड़े वर्ग की बात तभी शुरू करते हैं जब चुनाव नजदीक आता है। श्री शाह ने कांग्रेस पर हमेशा ओबीसी समुदाय के खिलाफत करने का आरोप लगाया।
श्री शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओबीसी आरक्षण के लिए 1957 में काका साहेब आयोग का गठन किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे वर्षों तक लागू नहीं किया। 1980 में, इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग को ताक पर रख दिया और जब इसे 1990 में पेश किया गया तो तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने 2 घंटे और 43 मिनट के भाषण में ओबीसी आरक्षण का विरोध किया।
इसके विपरीत भाजपा ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता देकर पिछड़े वर्गों को संवैधानिक अधिकार प्रदान किए हैं। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पहली बार केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों, सैनिक स्कूलों और नीट परीक्षाओं में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण शुरू किया है।
श्री शाह ने दावा किया कि कांग्रेस ने राज्य में जातिवाद और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ भी योगदान नहीं दिया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के शासन में 'भ्रष्टाचार करने में आसानी' को 'कारोबार करने में आसानी' में बदल दिया है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछली सरकारों के दौरान, एक सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ और दूसरी सरकार में व्यापक गुंडागर्दी हुई, जिसमें विकास विशिष्ट जिलों या क्षेत्रों तक ही सीमित रहा। इसके विपरीत भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश में समग्र विकास सुनिश्चित किया है।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत मुसलमानों को आरक्षण दिया और अगर कांग्रेस हरियाणा में सत्ता में आती है तो वहां भी ऐसा ही करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि हरियाणा में मुसलमानों के लिए आरक्षण की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अभय
वार्ता