ग्वालियर, 06 अक्टूबर (वार्ता) केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से कृषि सुधार संबंधी बिलों को लेकर आज कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा वह इन बिलों का दुष्प्रचार कर किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही, जबकि उसने संसद में इन बिलों का एक लाइन का भी विरोध नहीं किया था।
श्री तोमर ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कांग्रेस आज जिस किसानों के रिफार्म का विरोध कर रही है। कांग्रेस उसके लिये दुष्प्रचार का सहारा ले रही है, तो कांग्रेस नेता सबसे पहले मीडिया में जाएं और कहें कि हमने अपने चुनाव घोषणा पत्र में जो लिखा था, वह असत्य है। उन्होंने कहा कि संसद में कांग्रेस ने इन विधेयकों का एक लाइन का भी विरोध नहीं किया, हां राजनैतिक बातें जरूर की थी।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में यही लिखा है कि आज कृषि के क्षेत्र में सुधारों की आवश्यकता है। इन सुधारों के बाद ही देश आगे बढ सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन सुधारों को समय रहते लागू किया और उससे देश आत्मनिर्भर बनेगा और कृषि का जो योगदान जीडीपी में है। वह रिफार्म के बाद और तेजी से आगे बढेगा। किसानों के जीवन में बदलाव भी आयेगा।
श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कृषि बिल लाकर किसानों को मदद पहुंचाई है। इससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाया जा सकेगा, किसानों की आय बढाने एवं उनके जीवन स्तर में बदलाव लाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि एमएसपी पूर्व की तरह निर्धारित होती रहेगी। एमएसपी पर खरीद जारी रहेगी। इन अधिनियमों में सिर्फ और सिर्फ किसानों के हितों का संरक्षण किया गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी के कृषि बिलों के विरोध करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस में श्री गांधी की बात सुनी नहीं जाती है, वह तो केवल विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री गांधी तो स्वयं अपने घोषणा पत्र में लिखी बातों से ही मुकर रहे हैं। उनमें यदि नैतिकता बची हो तो वह अपने ही चुनाव घोषणा पत्र में लिखा हुआ मानें।
विधानसभा उपचुनाव को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में श्री तोमर ने कहा कि भाजपा सभी सीटें जीतेगी। ग्वालियर चंबल अंचल की 16 सीटों के बारे में भी उन्होंने कहा कि वह सभी सीटें भाजपा के खाते में जायेगी। किसानों की कर्ज माफी के बारे में उन्होंने कहा कि कर्जमाफी किसानों की समस्या का हल नहीं है।
सं बघेल
वार्ता