वर्धा (महाराष्ट्र), 01 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गठबंधन को ‘कुंभकरण’ की तरह बताते हुए सोमवार को कहा कि राकांपा में इस समय पारिवारिक युद्ध चल रहा है।
महाराष्ट्र में लोकसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने यहां पहुंचे श्री मोदी ने कहा कि राकांपा में इस समय पारिवारिक युद्ध चल रहा है। पार्टी श्री शरद पवार के हाथों से निकलती जा रही है। स्थिति यह है कि उनके (श्री पवार के) भतीजे धीरे-धीरे पार्टी पर कब्जा करते जा रहे हैं। इसी वजह से पार्टी को टिकट बंटवारे में भी दिक्कत आ रही है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब श्री पवार सोचते थे कि वह भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने ऐलान भी किया था कि वह यह चुनाव लड़ेगें, किंतु अचानक एक दिन बोले, “मैं तो यहां राज्यसभा में ही खुश हूं, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।” वह यह भी जानते हैं कि हवा का रुख किस तरफ है।
श्री मोदी ने महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा गठबंधन को कुंभकरण की तरह बताते हुए कहा कि जब दोनों दलों का गठबंधन सत्ता में आता है तो छह-छह महीने के लिए ‘सोते’ हैं। छह महीने में कोई एक उठता है और जनता का पैसा खाकर फिर सोने चला जाता है। उन्होंने रैली में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “साथियों आप यह भी मत भूलिए कि यह वही कांग्रेस और राकांपा का गठबंधन है जिसने आजाद मैदान में उन्मादी भीड़ को शहीदों के स्मारक को जूते से रौंदने की खुली छूट दी थी।” उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए दोनों दल किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस देश के करोड़ों लोगों पर हिंदू आतंकवाद का दाग लगाने का प्रयास कांग्रेस ने ही किया है।
उन्होंने कहा, “आपका यह चौकीदार पूरी ईमानदारी से दिन-रात आपकी मुश्किलों को कम करने में जुटा है। कपास, सोयाबीन, तूर (अरहर) सहित अनेक फसलों का समर्थन मूल्य लागत का डेढ़ गुना करने का काम केंद्र सरकार ने किया है। इतना ही नहीं वन उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में काफी बढ़ोतरी की गई है। कांग्रेस और राकांपा ने सिंचाई परियोजनाओं के नाम पर यहां के किसानों को लूटा है। दर्जनों सिंचाई परियोजनाएं दशकों तक लटकी रहीं। इन योजनाओं को पूरा करने का बीड़ा आपके इस प्रधानसेवक ने उठाया है।”
मिश्रा सुरेश
जारी वार्ता