देहरादून, 22 अगस्त (वार्ता) कांग्रेस ने देशभर में केन्द्र सरकार पर पूंजीपति अडानी को संरक्षण दिये जाने एवं विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय, केन्द्रीय जांच ब्यूरो, आयकर (केन्द्रीय जांच ऐजेंसियों ईडी, सीबीआई, आईटी, आदि) का लगातार दुरुपयोग किये जाने के विरोध में गुरुवार को देहरादून में ईडी दफ्तर पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोंकझोक भी हुई। इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर, पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां से बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से क्रास रोड़ स्थित ईडी कार्यालय तक विशाल विरोध-प्रदर्शन के साथ जुलूस निकालते हुए ईडी कार्यालय का घेराव किया गया। इस दौरान, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा अपने पूंजीपति सहयोगी अडानी एवं सेबी के साथ मिलकर किये गये देश की जनता की गाढ़ी कमाई के अरबों रुपये के घोटाले का हिंडनबर्ग ने चौकाने वाला खुलाया किया है। उससे मोदी-अडानी गठजोड़ का भंडाफोड हो चुका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा जनता के पैसे को अपने पूंजीपति साथियों पर लुटाये जाने का पुरजोर विरेाध करती है तथा मांग करती है कि मोदी-सेबी-अडानी घोटाले की जांच के लिए जे.पी.सी. का गठन किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध करने पर केन्द्रीय जांच ऐजेंसियों का दुरुपयोग विपक्षी दल के नेताओं के परेशान करने के लिए किया जा रहा है, उससे इन जांच ऐजेंसियों की निष्पक्षता एवं कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं।
श्री माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार द्वारा अपने सहयोगी पूंजीपतियों को दिये जा रहे संरक्षण एवं केन्द्रीय जांच ऐजेंसियों के विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ किये जा रहे लगातार दुरुपयोग की कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने पिछले 10 वर्ष के कार्यकाल में जिस प्रकार देश की जनता को अपनी हिटलरशाही से प्रताडित किया उसका जवाब देशवासियों ने देशभर में भाजपा के खिलाफ मतदान के रूप में दिया। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकालों से महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर रही है। आम जरूरत की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं तथा आम आदमी को दो जून की रोटी के लिए संघर्ष करना पड रहा है। देश में बेरोजगारों की फौज दिन प्रति दिन बढती जा रही है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अग्निवीर जैसी योजना लागू कर देश के नौजवानों का भविष्य चौपट करने का काम किया है। देश के किसानों को अपनी जायज मांगों के लिए खेती का काम छोड कर सडकों पर उतरना पड़ रहा है। किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिलने के कारण कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहा है। वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों का हजारों करोड़ रुपये माफ कर इसका बोझ देश की आम जनता पर डालने का काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल मे महिलाओं के साथ हो रही सामूहिक दुष्कर्म, हत्या की घटनाओं ने पूरी मानवजाति को शर्मसार किया है। प्रदेश में अंकिता भण्डारी हत्याकांड, कोलकत्ता में महिला चिकित्सक के साथ विभत्स दुष्कर्म एवं हत्या की घटना, उत्तराखण्ड के रूद्रपुर में महिला नर्स की दुष्कर्म के बाद नृसंस हत्या, देहरादून के आईएसबीटी में पंजाब से आई युवती के साथ दुष्कर्म जैसी रोज घट रही घटनाओं से मोदी सरकार का बेटी पढाओ-बेटी बचाओ का नारा जुमला साबित हो रहा है।
कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, डॉ. हरक सिंह रावत, नवप्रभात, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, महेन्द्र सिंह पाल, पूर्व विधायक राणजीत सिंह रावत, जोत सिंह गुनसोला, राजकुमार, महामंत्री विजय सारस्वत, मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, लालचन्द शर्मा, ललित फर्स्वाण, राजपाल बिष्ट, जयेन्द्र रमोला, राजवीर सिंह, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, महिला उपाध्यक्ष पायल बहल, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, याकूब सिद्धिकी, गोदावरी थापली, जिला एवं महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, मोहित उनियाल, अमन गर्ग आदि अनेक नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सुमिताभ, उप्रेती
वार्ता