गुवाहाटी 22 फरवरी (वार्ता) कांग्रेस तथा उसकी सहयोगी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर असम के लोगों से किए गए वादे को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सोमवार को उन्हें एक ऐसा ‘प्रवासी पक्षी’ करार दिया, जो सिर्फ चुनावों के समय आता है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने श्री मोदी की रैली के घंटे भर बाद सहयोगी दलों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “श्री मोदी एक प्रवासी पक्षी की तरह है। वह तभी राज्य के दौरे पर आते हैं, जब चुनाव आता है।”
उन्होंने कहा, “वह (श्री मोदी) चुनावों की तिथि की घोषणा होने से पहले लगातार राज्य के दौरे पर आएँगे। उनके पास इस समय इतना समय कैसे है जबकि जब राज्य के लोग बाढ़ से ग्रसित होते हैं तथा नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हमारे युवा मारे जाते है, तब उनके पास समय नहीं होता है।”
श्री मोदी की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार को डबल इंजन की सरकार करार देने के मुद्दे पर श्री बोरा ने कहा कि राज्य में कभी भी दो मुख्यमंत्री नहीं रहे, लेकिन मौजूदा राज्य में सत्ता दो लोगों में बंटी हुई है, एक का केंद्र मुख्यमंत्री के पास है, तो दूसरे का केंद्र एक अन्य मंत्री के पास है।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ सौतेल व्यवहार करने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 90:10 वित्त पोषण पैमाना पर रोक लगा दी है जिसके कारण राज्य को केंद्रीय सहायता नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने कहा,“इसका नतीज यह हुआ है कि असम को 8400 करोड़ रुपये से वंचित होना पड़ा है। वर्ष 2017 से कोई केंद्र बाढ़ राहत राशि नहीं दी गई है तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल पूर्व में आवंटित राशि में 60 प्रतिशत की कटौती की गयी है। हमारा हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, पेपर मिलें तथा तेल कंपनियां निजी हाथों में बेची जा रही हैं। वस्तु एंव सेवा कर के तौर पर हुए नुकसान की भरपाई के तौर पर मिलने वाली प्रदेश की राशि के 84,000 रुपये बकाया हैं।”
कांग्रेस की सहयोगी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के महासचिव अमीनुल इस्लाम ने कहा,“हमारे महागठबंधन के ऐलान के बाद हमने नोटिस किया कि भाजपा के केंद्रीय नेता चाहे वह प्रधानमंत्री हों या केंद्रीय गृह मंत्री या फिर वित्त मंत्री, अब हर सप्ताह असम के दौरे पर आ रहे हैं। उन्हें संकेत मिले हैं कि वे यहां हार रहे हैं और इसलिए, सत्ता को बनाए रखने के लिए यह हताशा है।”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव देवेन भट्टाचार्या, भाकपा (मा-ले) के नेता विवेक दास और आंचलिक गण मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष मंजीत महंत ने श्री मोदी पर राज्य की मूल समस्यायों की अनदेखी करने तथा भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के समर्थकों को धमकाने का आरोप लगाया।
संतोष.संजय
वार्ता