श्रीनगर 13 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू कश्मीर में गत पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने के बाद से घाटी में पिछले 10 सप्ताह से बंद लगातार जारी है।
पिछले 70 दिन से मोबाइल फोन एवं इंटरनेट सेवाएं बंद है। पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवा सोमवार से बहाल कर दी जायेंगी, हालांकि प्रीपैड मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाओं की बहाली को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “राज्य सरकार ने व्यापारियों, होटल व्यवसायियों और उद्योगपतियों से अपील की है कि वे आतंकवादियों और अलगाववादियों से भयभीत न हों और अपना सामान्य जनजीवन कायम रखें। सुरक्षा बलों द्वारा सामान्य जनजीवन में बाधा डालने के किसी भी प्रयासों को विफल कर दिया जायेगा।”
इस बीच राजधानी श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक में आज बंद से पहले सुबह साढ़े छह से साढ़े नौ बजे तक दुकानें और अन्य व्यावसायिक संस्थानें खुली रही। सैंकड़ों की संख्या में सड़क किनारे स्टाल लगाने वालों ने श्रीनगर में संडे मार्केट में स्टाल लगाए , जहां काफी संख्या में लोग सामान खरीदते नजर आ रहे हैं।
दूसरी तरफ उत्तरी कश्मीर में बारामूला और जम्मू क्षेत्र में बनिहाल के बीच ट्रेन सेवाएं पांच अगस्त से ही स्थगित है।
कश्मीर घाटी में किसी भी हिस्से में कर्फ्यू नहीं है , हालांकि कानून एवं व्यवस्था के मद्देनजर धारा 144 लागू है तथा चार अथवा इससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी है। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी प्रवेशद्वार नमाजियों के लिए बंद है, जहां शुक्रवार की नमाज भी अदा नहीं हो रही है।
श्रीनगर में सुबह के समय तीन घंटे दुकानें खुलने के बाद बाजार फिर वीरान हो जाता है और यहां केवल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान की गलियों में नजर आते हैं। राज्य सड़क परिवहन निगम समेत सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बंद है जबकि निजी वाहन चल रहे हैं।
टंडन, उप्रेती
वार्ता