लखनऊ, 05 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि विद्युत विभाग के संविदा कर्मी पावर कारपोरेशन के रीढ़ की हड्डी हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि बिजली के सुचारू संचालन व निर्बाध एवं पर्याप्त आपूर्ति के लिए संविदा कर्मियों को दक्ष करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कार्मिकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय, जिससे संविदा कर्मियों के साथ घटित होने वाली विद्युत दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके।
उन्होंने निर्देशित किया कि संविदा कर्मी फील्ड में कार्य के दौरान वर्दी जरूर पहनें, इससे अनुशासन के साथ कार्य के प्रति जवाबदेही पनपती है और लोगों का विश्वास भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मी विभाग की पहली प्राथमिकता हैं। आज का दिन संविदा कर्मियों के लिए ऐतिहासिक होगा। विद्युत विभाग के ऐसे कार्मिक जो वर्षों से कार्य कर रहे हैं उन्हें प्रशिक्षणोपरान्त प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, जिससे उन्हें देश व विदेश में भी बेहतर कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे।
ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने सोमवार को यहां शक्तिभवन में संविदा कार्मिकों का कौशल विकास करने के लिए आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि पंक्ति में सबसे नीचे खड़े व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आये इसकी चिंता कर कार्यक्रम आयोजित किये जाय।
उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से विद्युत व्यवस्था के नीचले पायदान पर कार्य करने वाले अकुशल कार्मिकों को प्रशिक्षित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों को अपने कार्यों का अनुभव है लेकिन इसका प्रमाण नहीं है। अब इन कर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ प्रमाणीकृत भी किया जायेगा, जिससे उसके कार्यों को देश-दुनिया में मान्यता मिलेगी और जीवन में खुशहाली आयेगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि संविदा कर्मियों का शोषण न हो, उन्हें समय से वेतन मिले, इसके लिए ऐप लांच कर पारदर्शी व्यवस्था लागू की गयी। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक कार्मिक का वेतन 45 दिन के भीतर मिल जाय। जुलाई माह का वेतन 15 अगस्त तक हर हाल में मिल जाय। उन्होंने संविदा कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी करने, वेतन निर्धारण की दरों को वेबसाइट पर डालने व कर्मियों का नाम यूनिफार्म में अंकित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि विद्युत कार्यों के संचालन में सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं किया जायेगा। जिन्दगी बहुत अनमोल है इसलिए मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यों के प्रति समर्पित होकर कार्य करें। सरकार सभी के प्रति संवेदनशील है। उपभोक्ता देवो भवः की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए आपके प्रशिक्षण और अनुभवों का लाभ उपभोक्ता को मिले इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने 10 संविदा कर्मियों को प्रशिक्षण में प्रयोग आने वाली किट भी प्रदान की।
त्यागी
जारी वार्ता