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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह संपन्न

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह संपन्न

लखनऊ 26 नवंबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में शनिवार को डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का बीसवां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ और राज्यपाल ने स्नातक के 92 तथा परास्नातक के नौ मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किये। जबकि 81 छात्र-छात्राओं की पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी।

विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 48000 छात्र-छात्राओं को प्रथम बार डिजीटल डिग्री प्रदान की गयी। समारोह को सम्बोधित करते हुए कुलाधिपति ने कहा कि आप सभी जीवन में सत्य का आचरण करने का संकल्प लें और ‘सत्यमेव जयते‘ को अपना ध्येय वाक्य बनाए क्योंकि आचार-विचार एवं सोच बहुत मायने रखती है। उन्होंने कहा कि आप कहीं भी कार्यरत हों, ईमानदारी से कार्य करें और इसकी प्रेरणा अन्य लोगों को भी दें। राज्यपाल ने कहा कि आप के माता-पिता आपके सबसे बड़े आदर्श हैं, उन्हें कभी भी नहीं भूलें, उन्होंने आपको इस लायक बनाया। उनके समर्पण को समझें और माता-पिता के सम्मान को हमेशा बनाये रखें।

श्रीमती पटेल ने वृद्धाश्रम भ्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से संकल्प लेने का आह्वान किया और कहा कि हर हाल में अपने माता-पिता की सेवा करेंगे।

राज्यपाल ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के अध्ययन में रोजगार एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सामंजस्य स्थापित करते हुए रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे जहां पर भी कार्य करें, पूरी निष्ठा, ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करें तथा कार्य स्थल पर निचलें स्तर पर कार्यरत स्टाफ के प्रति हमेशा मानवीय संवेदनाएं बनाएं रखें।

कुलाधिपति ने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि संस्थानों का राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मानकीकरण किया जाए। हाल ही के वर्षों में विभिन्न विश्वविद्यालय द्वारा इस दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय इस दिशा में उच्च मानक प्राप्त संस्थानों से एमओयू कर शिक्षा की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर सुधार करें।” राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश का नवाचार अर्थशास्त्र और उपयोगिता का एक बड़ा मिश्रण है। भारत में स्टार्टअप के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, हेल्थ केयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य बहुत से क्षेत्र हैं। इन सभी स्टार्टअप को विशिष्ट भारतीय ब्रांडों का सृजन करना चाहिए, इससे भविष्य में विश्व बाजारों में अपना स्थान बना सकते हैं।

प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश का तकनीकी शिक्षा के रूप में बड़ा नाम है। यहां पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार हुआ है। उन्होंने उपाधियाँ प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे लोकहित के कार्य में लगे तथा जहाँ पर भी आप कार्य करें, वहां पर इस विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा को हमेशा ध्यान रखें।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि नयी शिक्षा नीति के तहत डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने मेजर डिग्री पाठयक्रम के साथ-साथ अन्तर्विषयी पाठ्यक्रमों में माइनर डिग्री दिये जाने का विकल्प छात्रों को इस शैक्षिक सत्र से प्रदान कर दिया है। यह अवसर छात्रों को न केवल अन्तर्विषयी पाठयक्रमों के अध्ययन की सुविधा प्रदान करेगा वरन् उन्हें औद्योगिक प्रतिष्ठानों में अधिक स्वीकार्यता के साथ-साथ स्वरोजगार के लिये भी प्रेरित करेगा।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने 700 से अधिक सम्बद्ध संस्थानों के छात्रों के लिए लगभग 25,000 रोजगार के अवसर पिछले शैक्षिक सत्र में उपलब्ध कराये हैं। लगभग 10,000 से अधिक छात्रों को आईबीएम, माइक्रोसाफ्ट इत्यादि अनेक प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही एक विशेष रोजगार कैम्प केवल छात्राओं के लिए आयोजित किया गया जिसमें लगभग 800 छात्राओं ने प्रतिभाग किया और 14 छात्राएं को 15 लाख रुपये प्रति वर्ष के वेतन पर सेवायोजित किया गया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ में कंप्यूटर साइंस के दो छात्रों को गूगल एवं अमेजन जैसे बड़े प्रतिष्ठानों द्वारा लगभग एक करोड़ से अधिक के वार्षिक पैकेज पर नियुक्त किया गया। निश्चित रूप से छात्रों द्वारा अर्जित किये गये इस प्रकार के प्रतिष्ठित सेवायोजन विश्वविद्यालय से जुड़े सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों को गौरवान्वित करेंगे।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा, श्री सुभाष चन्द्र शर्मा, कार्यपरिषद् एवं विद्यालय परिषद् के सदस्यगण, शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

उप्रेती

वार्ता

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